tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1034205160216117175..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: गीत "प्रीत की सौगात लेकर, जन्मदिन फिर आज आया" डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-686427030193294622019-02-17T09:01:09.628+05:302019-02-17T09:01:09.628+05:30Very nice sir thanku.... RSCIT NotesVery nice sir thanku.... <a href="https://webcollection.co.in/rs-cit-notes-html/" rel="nofollow">RSCIT Notes</a>Webcollection.co.inhttps://www.blogger.com/profile/08247103710389005562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89558971512412827472019-02-05T15:30:55.350+05:302019-02-05T15:30:55.350+05:30
फिर दरकते पत्थरों ने, ज़िन्दग़ी का गीत गाया....
...<br />फिर दरकते पत्थरों ने, ज़िन्दग़ी का गीत गाया....<br /> आप इसी तरह ज़िंदगी के गीत गाते रहें, हमारी प्रेरणा बने रहें ! जन्मदिन की अशेष शुभकामनाएँ और सादर प्रणाम !<br />मेरी एक कविता की चंद पंक्तियाँ आपके लिए...<br />आप हैं वटवृक्ष जिसकी, छाँव इक आशीष है।<br />आप हैं ममता की लोरी, ज्ञान वाली सीख हैं।<br />सीखते हैं आपसे हम, चाहे जितना पढ़ लिए हैं।<br />थामकर उँगली चलाया, हम तभी तो चल रहे हैं !!!Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12189743831641801182019-02-04T20:25:26.506+05:302019-02-04T20:25:26.506+05:30सुंदर रचना सुंदर रचना Onkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-74237701128430684072019-02-03T21:44:00.487+05:302019-02-03T21:44:00.487+05:30गान कर भँवरे रिझाते हैं हमेशा ही सुमन को,
सीख ली ह...गान कर भँवरे रिझाते हैं हमेशा ही सुमन को,<br />सीख ली है देखकर मैंने परिन्दों की लगन को,<br />बीन कर तृण-पात मैंने, नीड़ सपनों का बनाया।<br />प्रीत की सौगात लेकर, जन्मदिन फिर आज आया।!!!!!!!!!!<br />आदरणीय सर -- सादर प्रणाम | जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनायें और बधाई | सुंदर रचना आपके सुंदर , संस्कारी आत्म कथ्य के साथ आपके ऊँचे जीवन मूल्यों का दर्पण है | ऐसे ही बने रहिये और सपरिवार स्वस्थ और खुशहाल रहें - यही दुआ और कामना है | रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-29592425234936442262019-02-03T20:28:13.401+05:302019-02-03T20:28:13.401+05:30बहुत ही सुन्दर सृजन आदरणीय
सादर बहुत ही सुन्दर सृजन आदरणीय <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com