tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1587491554861627204..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: ‘‘आम के वास्ते अब कहाँ तन्त्र है’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22877609321418897042014-09-08T13:22:46.053+05:302014-09-08T13:22:46.053+05:30क्या बात वाह!क्या बात वाह!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-13285167435351330932014-09-08T11:16:43.496+05:302014-09-08T11:16:43.496+05:30आदरणीय शास्त्री जी, सादर नमन! सुंदर काव्य-रचना के ...आदरणीय शास्त्री जी, सादर नमन! सुंदर काव्य-रचना के लिए बधाई!<br /><a href="http://jyotesh.blogspot.in" rel="nofollow">धरती की गोद</a>Sanjay Kumar Garghttps://www.blogger.com/profile/08988808407565402708noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-34461022382598288072014-09-08T11:09:01.205+05:302014-09-08T11:09:01.205+05:30arthpurn aur sarthak kavita arthpurn aur sarthak kavita अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-33813325990249525412014-09-08T06:51:37.255+05:302014-09-08T06:51:37.255+05:30ईद, होली, दिवाली के त्योहार में,
दम्भ की है मिलावट...ईद, होली, दिवाली के त्योहार में,<br />दम्भ की है मिलावट भरी प्यार में,<br />आ गया हैं विदेशों का पागल पवन,<br />छल-कपट से भरा आज जनतन्त्र है।<br />आदमी के डसे का नहीं मन्त्र है।<br /><br />रचना बेहद अर्थपूर्ण है लेकिन हर बात के लिए हर छद्म आचरण के लिए विदेशों (पश्चिम )को कोसना समीचीन प्रतीत नहीं होता आखिर आप पश्चिम के जीवन यापन नियम विधान से कितना परिचित हैं। अमरीका की तो हम जानते हैं जो लीडर है शेष विश्व का यहां सबके लिए एक विधान है एक तंत्र है एक सिस्टम है जिसे सब फॉलो करते हैं किसी ओबामा या मिशेल को यहां कैसी भी छूट नहीं है नियम यहां नियम हैं। टूटने के लिए नहीं बना है। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-71678638199423543642014-09-07T21:25:35.387+05:302014-09-07T21:25:35.387+05:30वाह बढ़िया :)वाह बढ़िया :)सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com