tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1793145284607700566..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: “आजादी मुझको खलती है!” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59422924758760414422010-06-26T18:25:55.219+05:302010-06-26T18:25:55.219+05:30आजादी मुझको खलती है ....देश की विसंगतियों पर
सटीक...आजादी मुझको खलती है ....देश की विसंगतियों पर <br />सटीक प्रहार किया है....सशक्त और सुन्दर रचना..दीनदयाल शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07486685825249552436noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89684286117363721762010-06-23T07:23:10.162+05:302010-06-23T07:23:10.162+05:30तार तार होती स्थिति का जीवंत वर्णन ।तार तार होती स्थिति का जीवंत वर्णन ।अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-24633179457201525162010-06-23T07:10:35.466+05:302010-06-23T07:10:35.466+05:30आज भारत की यह बदली हुई छवि देख कर तो आज़ादी खलती ह...आज भारत की यह बदली हुई छवि देख कर तो आज़ादी खलती ही है..आज आम आदमी आज़ाद होकर भी गुलाम से बदतर जीवन यापन कर रहा है..शास्त्री जी आपकी हर एक लाइन एक बेहतरीन भाव दर्शा रही है..आज की ताज़ा हालत पर बनी एक लाज़वाब कविता...धन्यवाद शास्त्री जीविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-13234838183384816212010-06-22T19:35:43.443+05:302010-06-22T19:35:43.443+05:30khoobsurat rachna guru ji!khoobsurat rachna guru ji!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-14267911215917295202010-06-22T19:17:36.366+05:302010-06-22T19:17:36.366+05:30देश की विसंगतियों का सजीव चित्रण करती एक सच्ची रचन...देश की विसंगतियों का सजीव चित्रण करती एक सच्ची रचना.<br />बहुत सुन्दर.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-24203320207676192152010-06-22T19:07:38.441+05:302010-06-22T19:07:38.441+05:30बहुत ही सशक्त रचना. और सही भी है कायदा-कानून मानने...बहुत ही सशक्त रचना. और सही भी है कायदा-कानून मानने वाले हरएक को ऐसी आजादी खलेगी..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-26473537645404018402010-06-22T15:27:59.881+05:302010-06-22T15:27:59.881+05:30आ गया है ब्लॉग संकलन का नया अवतार: हमारीवाणी.कॉम
...<b>आ गया है ब्लॉग संकलन का नया अवतार: <a href="http://hamarivani.com" rel="nofollow">हमारीवाणी.कॉम</a></b> <br /><br /><br /><br />हिंदी ब्लॉग लिखने वाले लेखकों के लिए खुशखबरी!<br /><br />ब्लॉग जगत के लिए हमारीवाणी नाम से एकदम नया और अद्भुत ब्लॉग संकलक बनकर तैयार है। इस ब्लॉग संकलक के द्वारा हिंदी ब्लॉग लेखन को एक नई सोच के साथ प्रोत्साहित करने के योजना है। इसमें सबसे अहम् बात तो यह है की यह ब्लॉग लेखकों का अपना ब्लॉग संकलक होगा।<br /><br /><b>अधिक पढने के लिए चटका लगाएँ: </b><br /><a href="http://hamarivani.blogspot.com" rel="nofollow">http://hamarivani.blogspot.com</a>हमारीवाणीhttps://www.blogger.com/profile/02677178735599301399noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-28164622852641095332010-06-22T14:35:06.439+05:302010-06-22T14:35:06.439+05:30बहुत सुंदर रचना भाईसाहब..........,आज की परिस्थिति ...बहुत सुंदर रचना भाईसाहब..........,आज की परिस्थिति का एकदम सही चित्रण किया है आपने..!!sanu shuklahttps://www.blogger.com/profile/18043545346226529947noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45532517677806590862010-06-22T13:45:54.104+05:302010-06-22T13:45:54.104+05:30आज के हालात पर बिलकुल सटीक लगी आप की यह सुंदर रचना...आज के हालात पर बिलकुल सटीक लगी आप की यह सुंदर रचनाराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-74798084695894188792010-06-22T13:27:39.187+05:302010-06-22T13:27:39.187+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-88246702942254706702010-06-22T13:06:34.391+05:302010-06-22T13:06:34.391+05:30हर एक भारत वासी के दिल की बात कह दी है आपने आज ! आ...हर एक भारत वासी के दिल की बात कह दी है आपने आज ! आभार और नमन आपको !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-77417123044020776042010-06-22T12:48:05.103+05:302010-06-22T12:48:05.103+05:30स्वतन्त्रता के बाद देश की दुर्दशा पर आपकी पीड़ा सर...स्वतन्त्रता के बाद देश की दुर्दशा पर आपकी पीड़ा सर्वजनीन है. बढ़िया प्रहार किया है आपने. यह पीड़ा इतनी अधिक और मारक हो गई है कि कवि को विवश होकर ही लिखना पडा है--'आज़ादी मुझको खलती है'; अन्यथा वह खूब जानता है आज़ादी कि कीमत... है न ?<br />सदर--आ.आनन्द वर्धन ओझाhttps://www.blogger.com/profile/03260601576303367885noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-81603369656171681292010-06-22T12:18:39.428+05:302010-06-22T12:18:39.428+05:30है बाल अरुण बूढ़ा-बूढ़ा,
तरुणाई ढलती जाती है।
आजाद...है बाल अरुण बूढ़ा-बूढ़ा,<br />तरुणाई ढलती जाती है।<br />आजादी मुझको खलती है ॥<br /><br />देश की विसंगतियों का सजीव चित्रण करती एक सच्ची रचना....ऐसी आज़ादी पा कर सच ही मन क्षुब्ध हो उठता हैसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-55573806810395439172010-06-22T11:20:55.070+05:302010-06-22T11:20:55.070+05:30प्रियतम का प्यार नसीब नही,
कितनी ही प्राण-प्यारिय...प्रियतम का प्यार नसीब नही, <br />कितनी ही प्राण-प्यारियों को,<br />दानव दहेज़ का निगल चुका , <br />कितनी निर्दोष नारियों को , <br />फांसी खाकर मरना पड़ता, <br />अबला असहाय क्वारियों को ,<br />निर्धन के घर कफ़न पहन -<br />धरती की बेटी पलती है ।<br />आजादी मुझको खलती है ॥ <br /><br />सारे जहाँ का दर्द सिमट आया है………………एक बहुत ही भावमयी ,सोते हुयों को जगाने वाली ,यथार्थ का दर्शन कराने वाली रचना।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com