tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post261040382418854778..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "आज से ब्लॉगिंग बन्द" (डॉ. रूपचंद्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-77365264846156824802014-06-25T19:28:18.135+05:302014-06-25T19:28:18.135+05:30अफ़सोसनाक...अफ़सोसनाक...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-15915836240170735492014-06-25T11:43:36.182+05:302014-06-25T11:43:36.182+05:30इस विषय पर आप गंभीरता से विचार कीजिये। मेरा मानना...इस विषय पर आप गंभीरता से विचार कीजिये। मेरा मानना है हमें अपना काम करते रहना चाहिए बिना किसी की परवाह किये। फिर आप तो खुद ही सक्षम है फिर किसी का मुहं क्या ताकना, क्या सुनना, क्यों सुनना।। सादर कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-58494494208861387222014-06-25T09:33:34.890+05:302014-06-25T09:33:34.890+05:30सर्वप्रथम आप को मेरी ओर से नमस्ते
आप तो हिंदी ब्ल...सर्वप्रथम आप को मेरी ओर से नमस्ते<br />आप तो हिंदी ब्लौग जगद के पितामाह हैं। आप का गुस्सा शायद उचित है। पर हिंदी ब्लौग जगत में आप की अपनी पहचान व नाम है। आप के ब्लौगिंग छोड़ने से वैब पर हिंदी के प्रचार में कमी आयेगी...<br />मुझे निजी रूप से आप का निर्नय सुनकर दुख हुआ...<br />सादर।<br /><br /> <br />kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37491550181761784832014-06-25T09:16:21.593+05:302014-06-25T09:16:21.593+05:30समयाभाव की वजह से ब्लाग पर कम आना हो पा रहा है। आ...समयाभाव की वजह से ब्लाग पर कम आना हो पा रहा है। आज ये देखकर हैरानी हुई। शास्त्री जी आप से मेरी मुलाकात हुई है,आपका स्नेह आशीर्वाद हमेशा साथ रहता है। मैं आपके सच्चे स्वभाव का कायल हूं। ये भी बताना चाहता हूं कि धर्मशाला में मेरी छोटी सी मुलाकात केवलराम से भी हुई है, मैं उन्हें भी अच्छी तरह जानता हूं। मुझे लगता है कि इस मसले को बातचीत से सुलझा लिया जाना चाहिए। केवल राम से आग्रह है कि वो छोटे हैं, खुद आगे आएं और पहल कर शास्त्री जी की नाराजगी को दूर करें... <br /><br />महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/18051207879771385090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-53251280370729185882014-06-25T06:49:46.067+05:302014-06-25T06:49:46.067+05:30तुलसी बुरा न मानिए जो गंवार कह जाय। तुलसी बुरा न मानिए जो गंवार कह जाय। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-17674750996970026082014-06-25T06:46:39.100+05:302014-06-25T06:46:39.100+05:30चोटी चिति बातों पर गुस्सा सेहत खराब करदेता है और क...चोटी चिति बातों पर गुस्सा सेहत खराब करदेता है और कुछ नहीं आप नाराज न हों और व्ब्लोगिंग करते रहें |आप सीनियर हैं चोटों की बात पर ध्यान मत दीजिए और ब्लोगिंग ना छोडियेऐसा मेरा कहना है |Asha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-66449452806329187772014-06-24T16:14:31.240+05:302014-06-24T16:14:31.240+05:30अपने माता-पिता की, देखभाल अविराम ।
ब्लॉग-जगत की क...अपने माता-पिता की, देखभाल अविराम । <br />ब्लॉग-जगत की कर रहे, गुरु चर्चा निष्काम । <br />गुरु चर्चा निष्काम, राम-केवल धमकाया । <br />सेत-मेत में सेतु, ब्लॉग ने जहर पिलाया । <br />दुष्ट सिद्ध कर हेतु, लगे जब ज्यादा तपने । <br />रविकर होते स्वयं, तीर से घायल अपने ॥ रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-57086393434656686802014-06-24T15:35:57.378+05:302014-06-24T15:35:57.378+05:30आदरणीय शास्त्री जी ! आपके साथ जो भी घटित हुआ, वह स...आदरणीय शास्त्री जी ! आपके साथ जो भी घटित हुआ, वह सब बहुद अफ़सोसनाक है। कई बार ग़लतफ़हमी या ग़लत व्यवहार के चलते अप्रिय परिस्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं। बड़ी समझदारी से इन्हें हल करना चाहिए। इनसे बड़ी परिस्थितियों को आपने पहले हल किया भी है। दूसरे व्यक्ति के व्यवहार का असर हमारे सृजन को बंद नहीं कर सकता। <br />हमारे साथ चंद ब्लॉगर्स ने जो कुछ किया है, वह सब आपके सामने है। हम अपना कर्म अनवरत करते रहे और आज भी कर रहे हैं। हम जो कुछ कर रहे हैं वह एक मालिक के अनुग्रह के लिए और सब मानवों के हितार्थ कर रहे हैं। किसी का विरोध या किसी के हौसला तोड़ने वाले वाक्य हमारे पवित्र कर्म को बाधित करने का कोई पर्याप्त कारण कभी नहीं हो सकते, आपके लिए भी यह कारण ब्लॉगिंग छोड़ने के लिए उचित और पर्याप्त नहीं है।<br />ऐसा लगता है कि आप किन्हीं कारणों से आजकल ज़्यादा संवेदनशील हो गए हैं। आप एक कवि हैं और बच्चों के लिए लिखने वाले बहुत कम कवियों में से एक हैं। बड़े की ग़लती बच्चों को अपने साहित्य से वंचित करके देना न्याय नहीं है। <br />आप अपनी जगह बरक़रार और क़ायम रहेंगे, ऐसी आशा है।<br />शुभकामनाएं!DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-15275728077037614862014-06-24T13:12:16.581+05:302014-06-24T13:12:16.581+05:30नमस्ते शास्त्री जी
आप pls ऐसा मत करें ।bloging मे...नमस्ते शास्त्री जी <br />आप pls ऐसा मत करें ।bloging में आपका योगदान हमेशा हम सबके लिए प्रेरणादायक रहा है ।bloging मत छोड़िये ।आपसे निवेदन है । किसी और के लिए क्यूँ खुद को आहत कर रहे हैं ।सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-91906776132956446722014-06-24T13:11:53.260+05:302014-06-24T13:11:53.260+05:30नमस्ते शास्त्री जी
आप pls ऐसा मत करें ।bloging मे...नमस्ते शास्त्री जी <br />आप pls ऐसा मत करें ।bloging में आपका योगदान हमेशा हम सबके लिए प्रेरणादायक रहा है ।bloging मत छोड़िये ।आपसे निवेदन है । किसी और के लिए क्यूँ खुद को आहत कर रहे हैं ।सु-मन (Suman Kapoor)https://www.blogger.com/profile/15596735267934374745noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-31472516418933659082014-06-24T11:45:15.122+05:302014-06-24T11:45:15.122+05:30आदरणीय शास्त्री जी आप कुछ ज़्यादा ही हताश और निराश...आदरणीय शास्त्री जी आप कुछ ज़्यादा ही हताश और निराश दिख रहे हैं... हम आपके साथ हैं.... आप भी ऐसी बचकानी बातों को दिल पर ले लेते हैं... और आप भी सीधे-सादे ऐसी नामाकूल बातों में आ जाते हैं! यह क्या बात हुई कि ब्लॉगिंग बन्द... परेशान हों आपके दुश्मन आपको परेशान होने की ज़ुरूरत नहीं... एक नई ऊर्जा और स्फूर्ति के साथ आइए ब्लॉगिंग में हां नहीं तो!चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-32410261847153287042014-06-24T11:34:09.731+05:302014-06-24T11:34:09.731+05:30सर मुझसे भी ब्लॉग सेतु से अपने ब्लॉग को जोड़ने की ...सर मुझसे भी ब्लॉग सेतु से अपने ब्लॉग को जोड़ने की बात कहीं गयी थी , लेकिन पासवर्ड की वजह के कारण मुझे भी पीछे रहना पड़ा मतलब मैंने भी ब्लॉग सेतु से अपना ब्लॉग नहीं जोड़ा , बल्कि इसके लिए मुझे भी टिप्पणी की गयी थी ! आदरणीय इन छोटी मोटी बातों पर गुस्सा नहीं हुआ करते , क्योंकि नाराजगी में आप ब्लॉगिंग छोड़ दोगे तो हम जैसो का साथ कौन देगा , ये समझ लीजिए की आपका होना ही हमारे लिए बहुत हैं ! धन्यवाद !<br />॥ जय श्री हरि: ॥आशीष अवस्थीhttps://www.blogger.com/profile/05326902845770449131noreply@blogger.com