tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post3451385674606243781..comments2024-03-25T20:26:21.589+05:30Comments on उच्चारण: "गद्दारों से गद्दारी" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-64898696565758518012013-01-29T11:18:40.945+05:302013-01-29T11:18:40.945+05:30मक्कारों से मक्कारी हो, गद्दारों से गद्दारी।
तभी स...मक्कारों से मक्कारी हो, गद्दारों से गद्दारी।<br />तभी सलामत रह पायेगी, खुद्दारों की खुद्दारी।।<br /><br />बहुत सुन्दर ..Pratibha Vermahttps://www.blogger.com/profile/09088661008620689973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-17025515675106872882013-01-29T11:14:56.052+05:302013-01-29T11:14:56.052+05:30जिस भाषा को वह समझता है उसी में उत्तर दे कर समझा द...जिस भाषा को वह समझता है उसी में उत्तर दे कर समझा देना ही उचित है !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-78600812670941792702013-01-29T10:25:21.160+05:302013-01-29T10:25:21.160+05:30बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति।
करता हूँ तन मन से बंदन...बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति।<br /><br />करता हूँ तन मन से बंदन,<br /><br />मैं जन मन की अभिलाषा का। <br /><br />अभिनन्दन अपनी संस्कृति का, <br /><br />आराधना अपनी भाषा का।<br />`Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12527275925779525602013-01-29T07:30:47.618+05:302013-01-29T07:30:47.618+05:30भारतीय नागरिक - Indian Citizen जी!
मुझे क्या पता?
...भारतीय नागरिक - Indian Citizen जी!<br />मुझे क्या पता?<br />नही जानता कैसे बन जाते हैं, मुझसे गीत-गजल।<br />जाने कब मन के नभ पर, छा जाते हैं गहरे बादल।।<br /><br />ना कोई कापी या कागज, ना ही कलम चलाता हूँ।<br />खोल पेज-मेकर को, हिन्दी टंकण करता जाता हूँ।।<br /><br />देख छटा बारिश की, अंगुलियाँ चलने लगतीं है।<br />कम्प्यूटर देखा तो उस पर, शब्द उगलने लगतीं हैं।।<br /><br />नजर पड़ी टीवी पर तो, अपनी हरकत कर जातीं हैं।<br />चिड़िया का स्वर सुन कर, अपने करतब को दिखलातीं है।।<br /><br />बस्ता और पेंसिल पर, उल्लू बन क्या-क्या रचतीं हैं।<br />सेल-फोन, तितली-रानी, इनके नयनों में सजतीं है।।<br /><br />कौआ, भँवरा और पतंग भी इनको बहुत सुहाती हैं।<br />नेता जी की टोपी, श्यामल गैया, बहुत लुभाती है।।<br /><br />सावन का झूला हो, चाहे होली की हों मस्त फुहारें।<br />जाने कैसे दिखलातीं ये, बाल-गीत के मस्त नजारे।।<br /><br />मैं तो केवल जाल-जगत पर, इन्हें लगाता जाता हूँ।<br />क्या कुछ लिख मारा है, मुड़कर नही देख ये पाता हूँ।।<br /><br />जिन देवी की कृपा हुई है, उनका करता हूँ वन्दन।<br />सरस्वती माता का करता, कोटि-कोटि हूँ अभिनन्दन।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22268202641103337172013-01-28T21:02:55.240+05:302013-01-28T21:02:55.240+05:30रोज नयी शब्द रचना कैसे कर लेते हैं आप!!!!!! रोज नयी शब्द रचना कैसे कर लेते हैं आप!!!!!! भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-2371013278870127722013-01-28T20:42:07.829+05:302013-01-28T20:42:07.829+05:30हमारे अन्दर खुद्दारी तो होनी ही चाहिए ,,,,,
ओजपूर्...हमारे अन्दर खुद्दारी तो होनी ही चाहिए ,,,,,<br />ओजपूर्ण रचना<br />सादर !शिवनाथ कुमारhttps://www.blogger.com/profile/02984719301812684420noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37566110444301047952013-01-28T19:46:52.473+05:302013-01-28T19:46:52.473+05:30भावपूर्ण सुन्रदर चना ...आभारभावपूर्ण सुन्रदर चना ...आभारMaheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-55789367404426521012013-01-28T19:41:17.983+05:302013-01-28T19:41:17.983+05:30आपकी इस उत्कर्ष प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 29/1...आपकी इस उत्कर्ष प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार 29/1/13 को चर्चा मंच पर राजेश कुमारी द्वारा की जायेगी आपका वहां हार्दिक स्वागत है Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-54297393211346878912013-01-28T16:51:47.951+05:302013-01-28T16:51:47.951+05:30आन-बान-शान करें हिफाजत,तभी खुद्दारी रह पायेगी,बहुत...आन-बान-शान करें हिफाजत,तभी खुद्दारी रह पायेगी,बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति।Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-9050011226963653692013-01-28T16:38:38.624+05:302013-01-28T16:38:38.624+05:30गौरव गाथा का जोशीला गीत -बहुत सुन्दर
New post तुम...<br />गौरव गाथा का जोशीला गीत -बहुत सुन्दर <br />New post<a href="http://kpk-vichar.blogspot.in/2013/01/blog-post_26.html#links" rel="nofollow"> तुम ही हो दामिनी।</a>कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-11671097245659932402013-01-28T15:54:04.654+05:302013-01-28T15:54:04.654+05:30गौरवपूर्ण काव्य रचना !!गौरवपूर्ण काव्य रचना !!पूरण खण्डेलवालhttps://www.blogger.com/profile/04860147209904796304noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-82839691381479160972013-01-28T15:35:15.272+05:302013-01-28T15:35:15.272+05:30बनी रहे भारत की शान..जोश भरी रचना !बनी रहे भारत की शान..जोश भरी रचना !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-32881066971081750122013-01-28T15:03:56.647+05:302013-01-28T15:03:56.647+05:30शठे शाठ्यम् समाचरेत।शठे शाठ्यम् समाचरेत।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-86293212133738840902013-01-28T14:28:53.729+05:302013-01-28T14:28:53.729+05:30सुन्दर रचना -
खुद्दारों की खुद्दारी बचानी है-सुन्दर रचना -<br />खुद्दारों की खुद्दारी बचानी है-रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-27071395374879292352013-01-28T14:10:27.895+05:302013-01-28T14:10:27.895+05:30याद करो निज आन-बान को, आ जायेगी खुद्दारी।
तभी सलाम...याद करो निज आन-बान को, आ जायेगी खुद्दारी।<br />तभी सलामत रह पायेगी, खुद्दारों की खुद्दारी,,,,,,प्रभावी सुंदर पंक्तियाँ,,,,धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com