tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post446559389580890235..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "साबुन से धोया हमने गधों को हजार बार" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-55982490809215062492012-09-20T12:31:04.133+05:302012-09-20T12:31:04.133+05:30हमको मालूम है साबुन से कुछ नहीं होता
होता तो अब तक...हमको मालूम है साबुन से कुछ नहीं होता<br />होता तो अब तक हम भी सुधर चुके होते !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-29278453108792528852012-09-19T17:15:57.978+05:302012-09-19T17:15:57.978+05:30गजब ||
सुन्दर प्रस्तुती |
बढ़िया भाव ||गजब || <br /> <br />सुन्दर प्रस्तुती |<br />बढ़िया भाव ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59690151058312438812012-09-19T16:44:03.513+05:302012-09-19T16:44:03.513+05:30सन्नाट..सन्नाट..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-90165379325104317062012-09-19T15:08:25.451+05:302012-09-19T15:08:25.451+05:30हमने तो पड़ोसी को अभय-दान दिया है,
दुश्मन को दोस्त...हमने तो पड़ोसी को अभय-दान दिया है,<br />दुश्मन को दोस्त जैसा सदा मान दिया है,<br />बस हमसे बार-बार हुई ये ही भूल है।<br />गर प्यार से मिले तो जहर भी कुबूल है।।<br /><br />RECENT P0ST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/09/blog-post_17.html" rel="nofollow">,,,,, फिर मिलने का </a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-41865927251677424502012-09-19T14:41:00.671+05:302012-09-19T14:41:00.671+05:30साबुन से धोया हमने गधों को हजार बार,
लेकिन कभी न आ...साबुन से धोया हमने गधों को हजार बार,<br />लेकिन कभी न आया उनमें गाय सा निखार,<br /><br />बहुत खूब !कितना ही नहलाओ, चाहे कितने ही सफ़ेद कपडे पहने फिर भी बदबू आती है इन गधों से !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com