tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post4877739123426941284..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: दोहे "कौन सुखी परिवार" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-61903184036138898812018-07-27T07:36:38.690+05:302018-07-27T07:36:38.690+05:30
एक दूसरे के लिए, रहो सदैव उदार।
प्यार सुखी परिवा...<br /><br />एक दूसरे के लिए, रहो सदैव उदार।<br />प्यार सुखी परिवार का, होता है आधार।।<br />पूजन शिव परिवार का जीवन का आधार क्यों ?<br /><br />क्योंकि शिव के परिवार में परिवार का मुखिया सारा विष पी जाता है। सबकी सुनता है उसकी अपनी राय सबसे बाद में आती है। इस परिवार में मूषक राज हैं वाहन बने गणेश के निर्भय रहते सर्प से। मयूर है वाहन शिव जी के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय का जो यहां इस परिवार में सर्प को कुछ नहीं कहता हालांकि खाद्य श्रृंखला में मोर का भोजन सर्प तथा सर्प का मूषक (चूहा )है। शेरावाली का शेर (बाघ भी कहीं दुर्गा -पार्वती का वाहन दिखाया गया है )यहां शिव के वाहन नंदी को कुछ नहीं कहता। सब एक दूसरे की सुनते हैं परस्पर प्रेम है सद्भाव है। शिव सबकी सुनते हैं उनकी अपनी कोई मर्जी नहीं है वही सुखी परिवार हैं जहां मुखिया सबकी सुने। सबको बांधे रहे एक डोर से। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04532342283593466150noreply@blogger.com