tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post4884818697465622831..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: दोहे "मन को करो विरक्त" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25421360093783735382018-06-26T15:10:58.886+05:302018-06-26T15:10:58.886+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (27-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (27-06-2018) को <a href="javascript:void(0);" rel="nofollow"> "मन को करो विरक्त" ( चर्चा अंक 3014) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br />सादर...!<br />राधा तिवारीradha tiwari( radhegopal)https://www.blogger.com/profile/09630389878761098417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-19899296030595940252018-06-26T12:36:47.712+05:302018-06-26T12:36:47.712+05:30रूप-रंग ढलते हुए एक दिन इंसान भी चला जाता है, लेकि...रूप-रंग ढलते हुए एक दिन इंसान भी चला जाता है, लेकिन उसकी अच्छाई-बुराईयां याद रखी जाती हैं <br />बहुत अच्छी प्रस्तुति कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25821083943329674972018-06-26T12:16:06.450+05:302018-06-26T12:16:06.450+05:30क्या बात वाहक्या बात वाहचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.com