tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post705114850331544900..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: ग़ज़ल "तूफानों से लड़ने में" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25826117119872767672019-04-05T06:14:58.034+05:302019-04-05T06:14:58.034+05:30हार नहीं मानी मैंने, संघर्षों के तूफानों से
राहें ...हार नहीं मानी मैंने, संघर्षों के तूफानों से<br />राहें ही प्रतिकूल हो गईं, सोपानों को चढ़ने में<br /><br />सुंदर भावों से सुसज्जित .... वाह M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-48575076219874147922019-04-04T17:02:23.409+05:302019-04-04T17:02:23.409+05:30'रूप' कभी भी रास न आया, नादानों को फूलों क...<br />'रूप' कभी भी रास न आया, नादानों को फूलों का<br />बातें ऊल-जलूल हो गईं, गुलदानों को जड़ने में !<br />सार यही है जीवन का। सादर प्रणाम।Meena sharmahttps://www.blogger.com/profile/17396639959790801461noreply@blogger.com