tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post7384946207538234297..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "गजल और गीत क्या है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-52909079262411235002011-04-21T22:18:46.820+05:302011-04-21T22:18:46.820+05:30शब्द अधिक जब भाव रंगे हों।शब्द अधिक जब भाव रंगे हों।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-38218830568915772632011-04-21T19:33:02.805+05:302011-04-21T19:33:02.805+05:30डॉ. श्याम गुप्त जी!
आपने मात्र दोष मेरी रचनाओं में...डॉ. श्याम गुप्त जी!<br />आपने मात्र दोष मेरी रचनाओं में निकाला है। आपकी बात सही है। <br />ब्लॉग पर बात समझ में आ जाए। बस इतना ही काफी है।<br />जब पुस्तक का ाकार अपनी रचनाओं को दूँगा तो आपकी सहायता की मुझे जरूर जरूरत होगी।<br />--<br />कहना नहीं चाहता था मगर अपनी टिप्पणी में ही देख लीजिए।<br />क्या लिंग "लिन्ग" लिखना सही है?<br />--<br />माफ करना यह सब त्रुटियाँ अनजाने में ही हो जाती हैं।<br />--<br />रही बात कलापक्ष की।<br />मेरी रचनाओं में कलापक्ष वास्तव में नहीं है।<br />मैं यह स्वीकार करता हूँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45170896861929304552011-04-21T19:25:35.025+05:302011-04-21T19:25:35.025+05:30डॉ. श्याम गुप्त जी!
आपका कहना सही है मगर अपनी जगह!...डॉ. श्याम गुप्त जी!<br />आपका कहना सही है मगर अपनी जगह!<br />कलम न तो पुर्लिंग है और न ही स्त्रीलिंग<br />इसे दोनों रूप में ही प्रयोग किया जा सकता है।<br />दूसरी बात कलम हिन्दी का लब्ज नहीं है।<br />--<br />आप मुझसे अधिक विद्वान हैं।<br />आपको मेरी त्रुटियाँ गिनाने का पूरा हक है।<br />--<br />दूसरी बात यह है कि मैं स्वान्तःसुखाय लिखता हूँ।<br />आपको अच्छा लगता है तो यह मेरा सौभाग्य है और अच्छा नहीं लगता तो कोई बात नहीं।<br />बहस या कुतर्क करने के लिए कमेंटबाक्स नहीं है।<br />मेरे मेल पर आइए, आपका स्वागत है।<br />--डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-4583969408950705242011-04-21T14:55:45.954+05:302011-04-21T14:55:45.954+05:30शास्त्रीजी---
कलम अपना चलाया है।।
बिछाएँ हों किस...शास्त्रीजी---<br /><br />कलम अपना चलाया है।।<br /><br />बिछाएँ हों किसी ने जब,--- बहुत अशुद्धियां हैं---उदाहरण स्वरूप ये हैं...<br /><br />१- कलम स्त्री लिन्ग है हिन्दी में...चलाई जाती है चलाया नहीं जाता...<br />२- बिछाये सही है...बिछाएँ नहीं....<br />३- मात्रा दोष भी है कहीं कहीं..<br />---केवल भावों को लफ़्ज़ों में पिरोना गज़ल या गीत नहीं होता..भाषा की शुद्धता व .कलात्मकता का पक्ष भी आवश्यक है ... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-62461932577433718552011-04-21T11:20:31.277+05:302011-04-21T11:20:31.277+05:30वाह वाह बहुत सुन्दर भावो का संयोजन्…………आपकी कलम ऐस...वाह वाह बहुत सुन्दर भावो का संयोजन्…………आपकी कलम ऐसे ही चलती रहे।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-40815671261538469222011-04-21T09:04:46.679+05:302011-04-21T09:04:46.679+05:30मिलन की जब घड़ी होती,
बिछुड़ जाने का गम होता,
तभी...मिलन की जब घड़ी होती,<br />बिछुड़ जाने का गम होता,<br /> तभी पर्वत के सीने से,<br />निकलता धार बन सोता,<br />उफनते भाव के नद को,<br />करीने से सजाया है। <br />bahut bahut pyaari lines hain.atiuttam rachna.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-57464198909985240252011-04-21T07:54:55.467+05:302011-04-21T07:54:55.467+05:30जिंदगी का रुख किस तरफ भी बदलें ...
कलम लिख ही जाती...जिंदगी का रुख किस तरफ भी बदलें ...<br />कलम लिख ही जाती है कुछ गीत औ ग़ज़लें !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-69114192011017215722011-04-20T22:00:37.640+05:302011-04-20T22:00:37.640+05:30बहुत सुंदर कविता जी धन्यवादबहुत सुंदर कविता जी धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-75787323420170555002011-04-20T17:04:28.135+05:302011-04-20T17:04:28.135+05:30वाह ... बहुत ही खूबसूरत भावमय करते शब्द ।वाह ... बहुत ही खूबसूरत भावमय करते शब्द ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-46581603182258397092011-04-20T16:50:30.670+05:302011-04-20T16:50:30.670+05:30बेहतरीन रचना...बढ़िया परिभाषित किया.बेहतरीन रचना...बढ़िया परिभाषित किया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-51848244141559714272011-04-20T16:46:27.552+05:302011-04-20T16:46:27.552+05:30बहुत अच्छी लगी रचनाबहुत अच्छी लगी रचनारवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-52837641896069196112011-04-20T16:35:39.054+05:302011-04-20T16:35:39.054+05:30बहुत सुन्दर.
गीत हो या गज़ल मन की संवेदनाये व्यक्त...बहुत सुन्दर.<br />गीत हो या गज़ल मन की संवेदनाये व्यक्त करने के लिए ही बनते हैं.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-29221815728249636232011-04-20T16:21:42.972+05:302011-04-20T16:21:42.972+05:30bahut khoobsurat...aabharbahut khoobsurat...aabharPRIYANKA RATHOREhttps://www.blogger.com/profile/05173622889571039240noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-48626647988785450572011-04-20T15:52:47.880+05:302011-04-20T15:52:47.880+05:30bahut hi sahaj bhaw se asar paida karte hai aap......bahut hi sahaj bhaw se asar paida karte hai aap...kahin uljhna nahi padta... :)Parul kananihttps://www.blogger.com/profile/11695549705449812626noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-3895062752633607212011-04-20T15:31:26.490+05:302011-04-20T15:31:26.490+05:30इस के द्वारा दिल की बात कह दी...इस के द्वारा दिल की बात कह दी...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25132511433811663282011-04-20T15:19:01.130+05:302011-04-20T15:19:01.130+05:30चमन में जब कभी,
वीरानगी-दहशत सी छायी हो,
वतन में ज...चमन में जब कभी,<br />वीरानगी-दहशत सी छायी हो,<br />वतन में जब कभी,<br />गर्दिश कहर बन करके आयी हो,<br />बहारों को मनाने को,<br />सुखनवर गीत लाया है।<br /><br />बहुत सुन्दर भाव ...मन कि बात कहने के लिए ही कलम चलाया जाता है ...बहुत अच्छी लगी रचनासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-5496768623907060702011-04-20T15:11:48.355+05:302011-04-20T15:11:48.355+05:30गजल और गीत क्या है,नहीं कोई जान पाया है।
हृदय की ब...गजल और गीत क्या है,नहीं कोई जान पाया है।<br />हृदय की बात कहने को,कलम अपना चलाया है।।<br /><br />बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना... आदरणीय शास्त्री जी धन्य है आपकी कलम.....संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-72008534013654261122011-04-20T14:45:50.491+05:302011-04-20T14:45:50.491+05:30"बिछाएँ हों किसी ने जब,वफा की राह में काँटे
,..."बिछाएँ हों किसी ने जब,वफा की राह में काँटे<br />,लगीं हो दोस्ती में जब,जफाओं की कठिन गाँठे,<br />दबे जज्बात कहने का,बहाना हाथ आया है।<br />हृदय की बात कहने को,कलम अपना चलाया है।।"<br /><br />बहुत सुंदर भावपूर्ण कविता केसे लिख लेते है आप शास्त्री जी !<br />.<br />".चमन में जब कभी,वीरानगी-दहशत सी छायी हो,<br />वतन में जब कभी,गर्दिश कहर बन करके आयी हो,<br />बहारो को मनाने को,सुखनवर गीत लाया है।<br />हृदय की बात कहने को,<br />कलम अपना चलाया है।।"दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-18853214774787773882011-04-20T14:37:57.371+05:302011-04-20T14:37:57.371+05:30हृदय की बात कहने को,
कलम अपना चलाया है।
पिरोकर भाव...हृदय की बात कहने को,<br />कलम अपना चलाया है।<br />पिरोकर भाव लफ्जों में, <br />ग़ज़ल और गीत लाया है।।<br /><br />सादरAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-74953557414837764362011-04-20T14:37:20.968+05:302011-04-20T14:37:20.968+05:30हृदय की बात कहने को,
कलम अपना चलाया है।
पिरोकर भाव...हृदय की बात कहने को,<br />कलम अपना चलाया है।<br />पिरोकर भाव लफ्जों में, <br />ग़ज़ल और गीत लाया है।।<br /><br />सादरAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-84625134454122167752011-04-20T13:48:56.191+05:302011-04-20T13:48:56.191+05:30Kamal ki lekhani hai aapki. Kabile tarif aap likht...Kamal ki lekhani hai aapki. Kabile tarif aap likhte hai.Jay Ram JIhttp://www.tvserialsandshows.com/noreply@blogger.com