tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post8862014006508069352..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "जनता का धीरज डोल रहा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-76885602765655518432012-09-26T10:41:40.964+05:302012-09-26T10:41:40.964+05:30इस कविता के माध्यम से आपने आम भारतीय के हृदय की वे...इस कविता के माध्यम से आपने आम भारतीय के हृदय की वेदना को सुन्दर तरीके से अभिव्यक्त किया है ...... आभार ।Bharat Swabhiman Dalhttps://www.blogger.com/profile/03272508118112772215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-14085502319388568412012-09-25T19:05:31.253+05:302012-09-25T19:05:31.253+05:30’अब तो लालकिला भी खुल कर,उनकी बोली बोल रहा’
प्रतीक...’अब तो लालकिला भी खुल कर,उनकी बोली बोल रहा’<br />प्रतीकों के माध्यम से देश की चिंताजनक स्थिति का<br />बखूबी चित्रण किया है. आशा है देश के ग्रह नक्षत्र बदल जाएम.<br />मन के - मनकेhttps://www.blogger.com/profile/16069507939984536132noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-63023767392653769072012-09-25T12:45:45.444+05:302012-09-25T12:45:45.444+05:30बहुत सही कहा आपने ...आभारबहुत सही कहा आपने ...आभारसदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-54657554815726222232012-09-25T12:45:41.261+05:302012-09-25T12:45:41.261+05:30देश के लिए सही दिशा निर्धारित हो ...देश के लिए सही दिशा निर्धारित हो ...Anju (Anu) Chaudharyhttps://www.blogger.com/profile/01082866815160186295noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-35564696336576104712012-09-25T08:55:42.213+05:302012-09-25T08:55:42.213+05:30जनता का धीरज वाकई डोल रहा है
नेता बैठ के यह सब तोल...जनता का धीरज वाकई डोल रहा है<br />नेता बैठ के यह सब तोल रहा है<br />इस बार इसने भुना लिया है सब<br />दूसरा अगली बार के लिये झोले तोल रहा है !<br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-85466597138542178382012-09-25T06:29:44.063+05:302012-09-25T06:29:44.063+05:30भाई साहब यह गीत और इस पर टिपण्णी इसी रूपाकार में फ...भाई साहब यह गीत और इस पर टिपण्णी इसी रूपाकार में फेस बुक पर भी जा चुकी है .बधाई पुन :virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22690044894353465872012-09-25T06:27:21.255+05:302012-09-25T06:27:21.255+05:30सोमवार, 24 सितम्बर 2012
"जनता का धीरज डोल रह...<br />सोमवार, 24 सितम्बर 2012<br /><br />"जनता का धीरज डोल रहा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')<br /> <br />बहुत समय से दुष्ट बणिक था अपनी जगह टटोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br /><br />पहले भूल करी तो भारत सदियों तक परतन्त्र रहा,<br />खण्ड-खण्ड हो गया देश, लेकिन बिगड़ा जनतन्त्र रहा,<br />पुनः गुलामी का ख़तरा भारत के सिर पर डोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br /><br />जिसने बैठाया आसन पर, वो ही धूल चटा देगी,<br />जुल्मी-शासक का धरती से, नाम-निशान मिटा देगी,<br />छल की लिए तराजू क्यों जनता का धीरज तोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br /><br />खेल रहा है खेल घिनौना, जन-गण के मत को पाकर,<br />हित स्वदेश का बिसराया है, सत्ता के मद में आकर,<br />ईस्ट इण्डिया के दरवाजे फिर से घर में खोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br /><br />आजादी का अर्थ भूलकर, स्वछन्दता मन को भाई.<br />अपनाकर अंग्रेजी, अपनी हिन्दी भाषा बिसराई,<br />जटा खोलकर शंकर क्यों गंगा में विष को घोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br /><br />नस-नस में है खून विदेशी, पाया "रूप" सलोना है.<br />इनकी नज़रों में स्वदेश का, आम नागरिक बौना है,<br />रंगे स्यार को देख, लहू सारी जनता का खौल रहा। <br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।<br />क्या बात है शास्त्री जी लिखा आपने है भोगा और तदानूभूत हमने भी किया है सृजन के इन लम्हों को जिनमें यह सुन्दर गीत स्वत :स्फूर्त प्रवाह से निकलके आया है अंतस से .अच्छी नींद आयेगी आज रात को .बधाई भाई साहब .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-46323442471098614642012-09-24T20:55:50.524+05:302012-09-24T20:55:50.524+05:30ख़ून तो सच में आम आदमी का बहुत ही खौल रहा है। देख...ख़ून तो सच में आम आदमी का बहुत ही खौल रहा है। देखें कब यह लावा बन कर विस्फोट करता है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-44134129484216256922012-09-24T20:51:33.719+05:302012-09-24T20:51:33.719+05:30bahut achchi lagi.....bahut achchi lagi.....mridula pradhanhttps://www.blogger.com/profile/10665142276774311821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-65747488124255158592012-09-24T19:53:58.179+05:302012-09-24T19:53:58.179+05:30आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २५/९/१२ मंग...आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल २५/९/१२ मंगलवार को चर्चाकारा राजेश कुमारी के द्वारा चर्चा मंच पर की जायेगी आपका वहां स्वागत है Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-64597178404385366042012-09-24T18:07:52.507+05:302012-09-24T18:07:52.507+05:30सच ही अब तो धीरज डोलने लगा है -आपके शब्द आम जन की ...सच ही अब तो धीरज डोलने लगा है -आपके शब्द आम जन की आवाज़ है <br />Aditi Poonamhttps://www.blogger.com/profile/07454848082907747001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-29924633479793122912012-09-24T17:55:38.350+05:302012-09-24T17:55:38.350+05:30क्या होगा इस देश का..???क्या होगा इस देश का..???Maheshwari kanerihttps://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-3517180692531213462012-09-24T17:30:31.992+05:302012-09-24T17:30:31.992+05:30घाटे का सौदा करे, सेठ अशर्फी लाल ।
गाँव गाँव में ...घाटे का सौदा करे, सेठ अशर्फी लाल ।<br /><br />गाँव गाँव में बेच के, बेहद मद्दा माल ।<br /><br /><br />बेहद मद्दा माल, बिठाता भट्ठा सबका ।<br /><br />एक क्षत्र हो राज्य, रो रहा ग्राहक-तबका ।<br /><br /><br />करी सब्सिडी ख़त्म, विदेशी वह व्यापारी ।<br /><br />बेंचे महंगा माल, खरीदेगी लाचारी ।।रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-81088655665240497142012-09-24T16:28:19.372+05:302012-09-24T16:28:19.372+05:30समय समय की बात है.समय समय की बात है.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-967303003660916582012-09-24T15:27:53.821+05:302012-09-24T15:27:53.821+05:30खेल रहा है खेल घिनौना, जन-गण का मत पाकर,
हित स्वदे...खेल रहा है खेल घिनौना, जन-गण का मत पाकर,<br />हित स्वदेश का बिसराया है, सत्ता के मद में आकर,<br />ईस्ट इण्डिया के दरवाजे फिर से घर में खोल रहा।<br />अब तो लालकिला भी खुलकर उनकी बोली बोल रहा।।,,,,<br /><br />बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/09/blog-post_4073.html#links" rel="nofollow"> समय ठहर उस क्षण,है जाता </a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-7926693811062621682012-09-24T14:48:56.063+05:302012-09-24T14:48:56.063+05:30देश को सुखद भविष्य मिले।देश को सुखद भविष्य मिले।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-5088551123939022492012-09-24T14:25:31.759+05:302012-09-24T14:25:31.759+05:30 साफ़ शफ्फाफ़ नदी जैसी ताज़गी और रवानी लिए काव्य क... साफ़ शफ्फाफ़ नदी जैसी ताज़गी और रवानी लिए काव्य के लिए आभार !<br /><br />♥DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-594872745269132862012-09-24T14:23:15.136+05:302012-09-24T14:23:15.136+05:30 साफ़ शफ्फाफ़ नदी जैसी ताज़गी और रवानी लिए लिंक्स ... साफ़ शफ्फाफ़ नदी जैसी ताज़गी और रवानी लिए लिंक्स के लिए आभार !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-11915264957206631652012-09-24T14:16:57.911+05:302012-09-24T14:16:57.911+05:30बिलकुल सही कह रहे हैं शास्त्री जी। मैंने कल यही बा...बिलकुल सही कह रहे हैं शास्त्री जी। मैंने कल यही बात इस रूप मे उदद्रित की थी-"The Indian Revolt of1942 मे अम्बा प्रसाद के लिखे का डॉ परमात्मा शरण,पूर्व प्राचार्य -मेरठ कालेज,मेरठ कृत हिन्दी अनुवाद के अनुसार 08 अगस्त ,1942 को बंबई मे कांग्रेस महासमिति ने अपना ऐतिहासिक संकल्प स्वीकार किया-"भारत मे ब्रिटिश शासन का तुरंत ही अंत होना भारत तथा साथी देशों की सफलता के लिए अति आवश्यक है। इस शासन का जारी रहना भारत को निरंतर गिरा रहा है और देश अपनी प्रतिरक्षा के लिए कमजोर होता जा रहा<br />है। फासिस्टवाद के विरुद्ध सफलता पुराने उद्देश्यों,नीतियों व उपायों से चिपके रहने पर नहीं प्राप्त हो सकती। भारत की स्वतन्त्रता से ही ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र को आँका जाएगा। स्वतंत्र भारत इस सफलता को अवश्य प्राप्त कर सकेगा,क्योंकि यह अपने सभी साधनों को स्वतन्त्रता के लिए तथा फासिस्टवाद,नाजीवाद और साम्राज्यवाद के आक्रमणों के विरुद्ध लगा देगा। ... पराधीन भारत ब्रिटिश साम्राज्यवाद का चिन्ह बना हुआ है। तुरंत स्वतन्त्रता की प्राप्ति ही ,भावी वायदे नहीं ,युद्ध के रूप को बादल सकती है। अतएव अखिल भारतीय कांग्रेस समिति अत्यधिक जोरदार शब्दों मे भारत से ब्रिटिश सत्ता को हट जाने की मांग दोहराती है। "<br /><br />70 साल बाद उसी कांग्रेस सिद्धांतों की धज्जियां उड़ाते हुये मनमोहन जी अमेरिकी कारपोरेट कंपनियों के आगे घुटने टेक कर भारत की अस्मिता पर बट्टा लगा रहे हैं। कांग्रेसियों और उसके शुभ चिंतकों का परम कर्तव्य है कि यथाशीघ्र पी एम पद से मनमोहन जी को विदा करके किसी देशभक्त को यह पद सौंपे अन्यथा जनता कांग्रेस से ही सत्ता छीन लेगी।"vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.com