‘‘महाप्रयाण’’
आज मानव की स्थिति है
रेगिस्तान में
फँसे गधे की भाँति,
जिसमें मृग-मरीचिका के समान
उसे दिखाई देती है
पानी की पाँति,
जल की खोज में
इधर-उधर भागता रहता है,
रात में भी
जागता रहता है,
पानी का
होता तो है आभास,
परन्तु
बुझा नही पाता
अपनी प्यास,
वह चलता जाता है,
और चलता जाता है,
भवसागर से
अधूरी प्यास लिए
दुनिया से चला जाता है,
वह एक सन्देश,दे जाता है,
दुःख उठाते रहो,
जब तक देह में प्राण है,
शायद, जीवन का,
यही ‘‘महाप्रयाण’’ है।।
bilkul sahi kaha aapne........mahaprayan.........yahi hai.yeh sansar hai hi dukhalay....to yahan dukh ke siwa kuch nhi hai........agar sukh hai to w hamare andar hi hai jise hum khojna nhi chahte aur is dukhalay mein sukh ki khoj mein bhatakte rahte hain ......ik mrig marichika ki bhanti.
जवाब देंहटाएं200 vin post par badhayi sweekar karein.
जवाब देंहटाएं* १०३ दिन में दो सौवीं पोस्ट !
जवाब देंहटाएं* यह तो कमाल है.
* बधाई.
* आपकी सक्रियता मेरे जैसे आलसी को प्रेरणा दे सके यही कामना है.
* अतुकांत कविता के मैदान में अपकी सफल प्रस्तुति देख मन खिला !
* पुन बधाई !
bahut achcha likha hai....badhai 200 post kee
जवाब देंहटाएंदो सौंवी पोस्ट के लिए बहुत बहुत बधाई एवं शभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंकविताम्य व्यक्तितत्व को मेरा शत शत वन्दन है,
जवाब देंहटाएंबोद्धिकता के प्रखर सुर्य का सादर अभिनन्दन है,
कविताओ के प्रयोगो से उबारा है जन जिवन को,
हे प्रभु! करते तुम्हारा पथदर्शनसुख का स्पन्दन है।
..........................................
हार्दिक शुभकामनाए आपके ब्लोग पर २०० पोस्ट पुरी होने के उपलक्ष मे।
..........................................
हे प्रभु यह तेरापन्थ
मुम्बई टाईगर
इस दो सौवीं पोस्ट की बधाई. लगता है ये भी ये एक रिकार्ड है. लक्ष्य १२ महिने में १००१ का अव्श्य पूरा कर पायेंगे आप. अग्रिम शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
200th post ke liye Congrats...
जवाब देंहटाएंBahut sahi darshaaya hai aapne mahaprayaan ko...
बहुत बहुत बधाई आपकी सफलता पर............आप ऐसे ही लिखते रहें हम ऐसे ही पढ़ते रहें...........
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंलगता है कि आपने कई सारी डायरियां लिख रखी हैं. अब सभी को ही ऑनलाइन उपलब्ध करा रहे हो.
और आपसे एक निवेदन ये है कि क्या आप मेरे इस नं पर मिस कॉल कर सकते हैं? मतलब कि क्या आप मुझे अपना फोन नं दे सकते हैं? मेरा नं है: 09999399632
बहुत बहुत बधाई शास्त्री जी....आपकी लेखनी सतत यूँ ही चलती रहे और हमारा पथ आलोकित करती रहे...सार्थक रचनाओं की दूसरी सेंचुरी वो भी इतने अल्प समय में...कमाल है...आप तो ब्लॉग जगत के वीरेंद्र सहवाग हैं...:)
जवाब देंहटाएंनीरज
दूसरे शतक की बहुत बधाई..ऐसे ही कई शातको का इन्तजार है.
जवाब देंहटाएंbahut sundar kavita he aapki ,my heartly congrates to u for ur double sanctury.its realy great.
जवाब देंहटाएंडबल सेंचुरी की बधाई तिकडी जल्दी पूरा करे.
जवाब देंहटाएंheartly congrates to uou for your double century.
जवाब देंहटाएंSHASTRI JI.
जवाब देंहटाएं200 VIN POST KI BADHAAYEE.
KAVITA BAHUT SUNDER HAI.
सर जी।
जवाब देंहटाएंसुन्दर अकविता के साथ,
200 वीं पोस्ट के लिए,
बधाई।
200 वी प्रविष्टी के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंमयंक भइया।
जवाब देंहटाएं200 वीं पोस्ट के लिए,
बधाई स्वीकार करें।
आपके ब्लॉग पर २०० पोस्ट पूरी होने के उपलक्ष में
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएँ ।
कमाल है.
जवाब देंहटाएं१०३ दिन में दो सौ पोस्ट.
बधाई.
वाह...वाह...।
जवाब देंहटाएंमात्र १०३ दिन में दो सौ पोस्ट !
बधाई....बधाई....बधाई...।
शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंडबल सेंचुरी के लिए,
मुबारकवाद।
It's a good poem "MAHAPRAYAN".
जवाब देंहटाएंVery Very congratulation to double century to your blog.
103 दिन में 200
जवाब देंहटाएंऔर 200 दिन में
कितनी ...
इसमें जोड़ लें अगर
कुछ रातें, वे रातें
जिनमें नींद नहीं आती ...
तो पोस्टें होंगी
200 दिनरात में
1000 यह है पक्की बात ...
आजमा सकते हैं
कविताएं चाहें जितनी
पढ़ा सकते हैं
महाप्रयाण जीवन का
तो हो सकता है लेकिन
ब्लॉग पोस्टों का कभी नहीं
आप चाहें तो शेड्यूल भी
कर सकते हैं
शेड्यूल का सारा गागर
सागर बनाकर भर सकते हैं
उस डगर पर चल सकते हैं
जिस पर कम चलते हैं
...
टिप्पणी हो रही है लंबी
अब हम चलते हैं।
आदरणीय शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंयह बहुत हर्ष का बात है कि
निरंतरता बनाए रखते हुए
आपने अल्प समय में
अथक परिश्रम करके "उच्चारण" पर
दो सौ पोस्टिंग्स
सफलता के साथ पूर्ण कर ली हैं!
मेरी शुभकामना है कि
इसी उत्साह के साथ
निरंतर सृजनरत् रहते हुए
आप ब्लॉगजगत में
पोस्टिंग्स के
अनेकों शतक पूर्ण करें!
आपसे हमें अनूठी प्रेरणा मिलती है!
शतक पर शतक लगायें,
जवाब देंहटाएंहमारे भीतर भी
उम्मीद के दिये जलायें.बधाई...
शास्त्री जी,
जवाब देंहटाएंआप को मान गए,
आप कमाल कर गए,
बाकी हफ्तों में एक लिखते हैं,
आप तो दिन में दो लिख गए..
वाह जी वाह..
बधाई..
~जयंत
बहुत-बहुत बधाई शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं200 पोस्ट पूरी होने पर बहुत-बहुत बधाई.. आप तो बहुत धुआंधार ब्लॉगिंग कर रहे हैं.. अच्छा लगेगा जब आप इस साल ही सहस्र का आंकड़ा भी पार कर जाएंगे.. अग्रिम शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंयह तो कमाल है!!!!!!!!!
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाए !!