हर किसी की जिन्दगी है बस अधूरी जिन्दगी।
इक अधूरी प्यास को सब साथ लेकर जायेंगे,
कण्टकों की राह पर, पत्थर गड़ेंगे पाँव में,
हर किसी की जिन्दगी है बस अधूरी जिन्दगी।
बाँध लो बिस्तर जहाँ से हो चुकी अब बन्दगी।।
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जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चित्रातमक रचना है
जवाब देंहटाएंवाकई बहुत उम्दा लिखा है आपने..
जवाब देंहटाएंइस कविता की कुछ पंक्तियाँ आपने मेरी पोस्ट अधूरी ज़िन्दगी में लिखी थी तब भी बहुत पसंद आई थी . सुन्दर रचना सुन्दर जवाब ..शुक्रिया
जवाब देंहटाएंनई राह दिखाता सुंदर गीत ... ... .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना. धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंरामराम.
अच्छी रचना है.
जवाब देंहटाएंbahut sundar rachna............bahut khoob
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