Love and Friendship poem : Emily Bronte अनुवादक:डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक” |
प्यार एक जंगली गुलाब है लेकिन मित्रता एक सदाबहार पेड़ है -- -- जंगलों के झुरमुट में गुलाबी आभा लिए जंगली गुलाब खिलता है लगातार तब ऐसा प्रतीत होता है मानों मधुर मधुमास हँस रहा हो लेकिन ग्रीष्म आते ही यह मुरझा जाता है इसकी गन्ध विलीन हो जाती है और इसे इन्तजार रहता है सर्दियों के आने का यह मूर्ख सुमन दिसम्बर आते ही अपना शृंगार सँवारेगा और नये प्रेमियों को फिर से पुकारेगा -- -- किन्तु मित्रता के पवित्र पेड़ की हरी-हरी पत्तियाँ हमेशा स्थिर रहती हैं! |
Emily Brontë AKA Emily Jane Brontë Born: 30-Jul-1818 Birthplace: Thornton, Yorkshire, England Died: 19-Dec-1848 |
प्रेम और मित्रता पर खूबसूरत कविता का सुन्दर अनुवाद....बहुत अच्छी लगी ये कविता...
जवाब देंहटाएंbahut baddhiyaa...
जवाब देंहटाएंवाह …………।बहुत ही सुन्दर अनुवाद किया है.
जवाब देंहटाएंहर पक्ति बहुत ही सुन्दर भाव समेटे है।
मित्रता के
जवाब देंहटाएंपवित्र पेड़ की
हरी-हरी पत्तियाँ
हमेशा स्थिर रहती हैं!...खूबसूरत कविता का सुन्दर अनुवाद.
खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंइस बार भी आपने
जवाब देंहटाएंअनुवाद के लिए
एक बहुत अच्छी कविता का
चयन किया है!
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लैपटॉप, रंग-रँगीला,
प्यारे-प्यारे, मस्त नज़ारे!
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संपादक : सरस पायस
behad khoobsurat rachna
जवाब देंहटाएंbadhiya kavita ka utna hi sundar anuvaad.. abhar
जवाब देंहटाएंआजकल बढ़िया अनुवाद चल रहा है, शास्त्री जी.
जवाब देंहटाएंमित्रता पवित्र पेड़ की हरी हरी पत्तियां ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति ...!!