गीत गाते रहो-गुनगुनाते रहो, एक दिन प्रीत उपहार हो जाएगा। जगमगाते रहो-खिलखिलाते रहो, एक दिन मीत संसार हो जाएगा।। जीतनी जंग है ज़िन्दगी की अगर, पार करनी पड़ेंगी, कठिन सब डगर, पथ बनाते रहो-आते-जाते रहो, एक दिन राह को प्यार हो जाएगा। स्वप्न सुख के बुनो, ख़ार को मत चुनो, बात अपनी कहो, किन्तु सबकी सुनो, मुस्कराते रहो-दिल लुभाते रहो, प्यार का ठोस आधार हो जाएगा। भूल करना नहीं, दिल दुखाना नहीं, पास रहना सदा, दूर जाना नहीं, सुर मिलाते रहो-सिर हिलाते रहो, एक दिन उनको एतबार हो जाएगा। |
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बुधवार, 14 मार्च 2012
"गीत गाते रहो-गुनगुनाते रहो" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सुर मिलाते रहो-सिर हिलाते रहो,
जवाब देंहटाएंएक दिन उनको एतबार हो जाएगा,
बहुत ही खुबशुरत रचना....... बधाई
बहुत सुन्दर ..अच्छे विचार
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट कल 15/3/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
http://charchamanch.blogspot.com
चर्चा मंच-819:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
बहुत ही सुन्दर गीत है. गुनगुनाने के काबिल.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर .....
जवाब देंहटाएंसुन्दर विचारो के साथ लिखी सुन्दर रचना:-)
जवाब देंहटाएंवाह वाह
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भाव और लयबद्ध रचना...
सादर.
sunder bhav ...
जवाब देंहटाएं........ कविता काफी अर्थपूर्ण है, और ज्यादा समकालीन ।
जवाब देंहटाएंगीत गाते रहने से मन बहता रहता है, कोई व्यग्रता टिकती नहीं है।
जवाब देंहटाएंaap aise hee khoobsoorat likhte raho!
जवाब देंहटाएंस्वप्न सुख के बुनो, ख़ार को मत चुनो,
जवाब देंहटाएंबात अपनी कहो, किन्तु सबकी सुनो,
मुस्कराते रहो-दिल लुभाते रहो,
प्यार का ठोस आधार हो जाएगा।
बहुत सुन्दर रचना -आप यूं ही अगर रोज़ लिखते रहे देखिए एक दिन प्यार हो जाएगा .
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मीठा ,प्यारा सा गीत..
जवाब देंहटाएंमुस्कराते रहो-दिल लुभाते रहो,
जवाब देंहटाएंप्यार का ठोस आधार हो जाएगा।
sir,aap bahut badhiyan likhte hain.....
जीतनी जंग है ज़िन्दगी की अगर,
जवाब देंहटाएंपार करनी पड़ेंगी, कठिन सब डगर,
पथ बनाते रहो-आते-जाते रहो,
एक दिन राह को प्यार हो जाएगा…………वाह सकारात्मक संदेश देती सुन्दर रचना।
पथ बनाते रहो-आते-जाते रहो,
जवाब देंहटाएंएक दिन राह को प्यार हो जाएगा।
....बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति....
बहुत ही सुन्दर,,प्यारा सा गीत ...
जवाब देंहटाएंस्वप्न सुख के बुनो, ख़ार को मत चुनो,
जवाब देंहटाएंबात अपनी कहो, किन्तु सबकी सुनो,
मुस्कराते रहो-दिल लुभाते रहो,
प्यार का ठोस आधार हो जाएगा।
रसरी आती रहे रसरी जाती रहे
और शिला खंड से दिल मिलाती रहे
आना जाना हमेशा रहा यूँ सदा
इक दिन पाषाण कचनार हो जायेगा........
स्वप्न सुख के बुनो, ख़ार को मत चुनो,
जवाब देंहटाएंबात अपनी कहो, किन्तु सबकी सुनो,
मुस्कराते रहो-दिल लुभाते रहो,
प्यार का ठोस आधार हो जाएगा।
बढ़िया दादू.....!!
अत्यंत प्रेरणा-दायी गेय-कविता !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएं