जिसकी माटी में चहका हुआ है सुमन,
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।
जिसकी घाटी में महका हुआ है पवन,
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।
जिसके उत्तर में अविचल हिमालय खड़ा,
और दक्षिण में फैला है सागर बड़ा.
नीर से सींचती गंगा-यमुना चमन।
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।।
वेद, कुरआन-बाइबिल का पैगाम है,
ज़िन्दगी प्यार का दूसरा नाम है,
कामना है यही हो जगत में अमन।
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।।
सिंह के दाँत गिनता, जहाँ पर भरत,
धन्य आजाद हैं और विस्मिल-भगत,
प्राण आहूत करके किया था हवन।
मुझको प्राणों से प्यारा है अपना वतन।।
यह धरा देवताओं की जननी रही,
धर्मनिरपेक्ष दुनिया में है ये मही,
ऐसे भारत को करता हूँ शत्-शत् नमन।
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।।
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बुधवार, 14 अगस्त 2013
"भारत को करता हूँ शत्-शत् नमन" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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बहुत सुन्दर ...कविता
जवाब देंहटाएंऐसे भारत को करता हूँ शत्-शत् नमन।
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।।
बहुत सुन्दर कविता......
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं....
सादर
अनु
देश को नमन..शत बार।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता ,,
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
RECENT POST: आज़ादी की वर्षगांठ.
बहुत सुंदर कविता ,,
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाए,,,
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंआपकी यह सुन्दर रचना दिनांक 15.08.2013 को http://nirjhar-times.blogspot.in/ पर लिंक की गयी है। कृपया इसे देखें और अपने सुझाव दें।
जवाब देंहटाएंआपकी यह सुन्दर रचना दिनांक 16.08.2013 को http://blogprasaran.blogspot.in/ पर लिंक की गयी है। कृपया इसे देखें और अपने सुझाव दें।
जवाब देंहटाएंअतिसुन्दर, देश को नमन,स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंस्वतन्त्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भाव !
बहुत सुन्दर स्तुति गान
जवाब देंहटाएंभावात्मक अभिव्यक्ति सुंदर देश प्रेम से ओत प्रोत रचना के लिए बधाई आपको । सादर ।
जवाब देंहटाएंभावात्मक अभिव्यक्ति सुंदर देश प्रेम से ओत प्रोत रचना के लिए बधाई आपको । सादर ।
जवाब देंहटाएंसुंदर कविता के साथ स्वतंत्रता दिवस की भी बधाई ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर!
जवाब देंहटाएंऐसे भारत को करता हूँ शत्-शत् नमन।
मुझको प्राणों से प्यारा वो अपना वतन।।