मुश्किल से हमको मिला, आजादी का तन्त्र। सबको जपना चाहिए, स्वतन्त्रता का मन्त्र।१। -- आजादी के साथ में, मत करना खिलवाड़। तोड़ न देना एकता, ले मजहब की आड़।२। -- मत-मजहब या जाति का, करना मत अभिमान। आजादी के समर में, हुए सभी बलिदान।३। -- |
दुनिया में विख्यात है, भारत का जनतन्त्र। लोकतन्त्र के साथ में, मत करना षड़यन्त्र।४। -- मुरझाने मत दीजिए, प्रजातन्त्र की बेल। आपस में रखना यहाँ, भाईचारा-मेल।५। -- कई दशक के बाद अब, सुधर रहा परिवेश। विकसित होता जा रहा, अपना भारत देश।६। -- |
बिना शस्त्र संधान के, मिला देश को मान। आज विदेशों में बढ़ी, निज भारत की शान।७। -- उस शासक को नमन है, जिसने किया कमाल। दुनिया भर में योग का, दीप दिया है बाल।८। -- शासक अपने देश का, करते ऊँचा नाम। नतमस्तक होकर करें, सारे देश सलाम।९। |
स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएँ ।बहुत सुन्दर भावसिक्त सृजन । सृजन क्षेत्र में आपको स्वास्थ्य लाभ के पश्चात पुनः सक्रिय देख कर हार्दिक प्रसन्नता हुई ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।♥️
जवाब देंहटाएंआपको भी स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।🇮🇳
सत्यांकन करती सुन्दर रचना👍!
जवाब देंहटाएंस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संदेश देती देश प्रेम से सराबोर रचना।
सादर।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई देश भक्ति के भाव में ओतप्रोत अत्यंत खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर। आदरणीय शास्त्री जी, आपको स्वस्थ और पुनः सक्रिय देख कर बहुत खुशी हुई। ईश्वर से प्रार्थना है आप हमेशा स्वस्थ रहे।
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