tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1131633020592377162..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: दोहे "पर्वों का परिवेश" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37332751514859933142021-10-29T06:54:10.251+05:302021-10-29T06:54:10.251+05:30हम भारतीयों की लिंग-भेदी मनोवृत्ति के विरुद्ध बहुत...हम भारतीयों की लिंग-भेदी मनोवृत्ति के विरुद्ध बहुत सुन्दर और उपयोगी सन्देश ! गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-88276134704918311002021-10-28T17:05:15.686+05:302021-10-28T17:05:15.686+05:30एक पर्व ऐसा रचो, जो हो पुत्री पर्व।
व्रत-पूजन के स...एक पर्व ऐसा रचो, जो हो पुत्री पर्व।<br />व्रत-पूजन के साथ में, करो स्वयं पर गर्व।।<br />वाह!!!<br />उत्तम भाव<br />लाजवाब सृजन।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-53925392316561867082021-10-28T13:31:54.243+05:302021-10-28T13:31:54.243+05:30बहुत सुंदर और सार्थक दोहे।
सादर।बहुत सुंदर और सार्थक दोहे।<br />सादर।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-90237419415031086222021-10-27T16:07:51.681+05:302021-10-27T16:07:51.681+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार(२८-१०-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />'एक सौदागर हूँ सपने बेचता हूँ'(चर्चा अंक-४२३०)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com