tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1493025399969269359..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "आदरणीय “रविकर” जी को समर्पित-पाँच दोहे" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger30125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-69379549180571815982012-02-24T22:01:33.832+05:302012-02-24T22:01:33.832+05:30क्या कहने
बहुत सुंदरक्या कहने<br />बहुत सुंदरमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-24045734608549343512012-02-23T03:38:47.993+05:302012-02-23T03:38:47.993+05:30गेहूँ उगता ग़ज़ल सा, सरसों करे किलोल।
बन्द गले के ...गेहूँ उगता ग़ज़ल सा, सरसों करे किलोल।<br />बन्द गले के सूट में, ढकी ढोल की पोल।२।.........<br />हा हा हा ...........लोकेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/08323684688206959895noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-24195866904621123082012-02-22T18:55:55.655+05:302012-02-22T18:55:55.655+05:30. बढ़िया उत्तर...निगम जी कविता भी बेहतरीन है.... बढ़िया उत्तर...निगम जी कविता भी बेहतरीन है...अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-3510623549874217472012-02-22T18:12:08.073+05:302012-02-22T18:12:08.073+05:30वाह !! भाव बिभोर कराता वार्तालाप.
चर्चामंच पर कर...वाह !! भाव बिभोर कराता वार्तालाप. <br /><br />चर्चामंच पर करते रहें कविवर वार्तागान,<br />'भ्रमर' बन करते रहें 'हम'भी मधुरस पान.Kewal Joshihttps://www.blogger.com/profile/05259895497389545585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-9169233925294821172012-02-22T16:22:42.507+05:302012-02-22T16:22:42.507+05:30वाह! आप सभी कविश्रेष्ठों को हमारा नमनवाह! आप सभी कविश्रेष्ठों को हमारा नमनचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’https://www.blogger.com/profile/01920903528978970291noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-86410561868618169122012-02-22T15:54:53.630+05:302012-02-22T15:54:53.630+05:30आकाशवाणी सूरतगढ़ (कॉटन सिटी चैनल) आज आपकी सेवा करत...आकाशवाणी सूरतगढ़ (कॉटन सिटी चैनल) आज आपकी सेवा करते हुए ३१ वर्ष का हो गया है .इस केंद्र व इस जिले (श्री गंगानगर ) का प्रथम उद्ध्घोषक होने के नाते मेरी सेवायों को सभी सुनने वालों का भरपूर प्यार मिला है और मिल रहा है .इस अवसर पर आप सभी को मेरी तरफ से हार्दिक बधाई,धन्यवाद् .शुभकामनाएं .आशा करता हूँ आपका प्यार इसी तरह से मुझे व चैनल को मिलता रहेगा <br />Dr.JOGA SINGH KAIT "JOGI"<br />M.D.ACUPRESSUR<br />NATUROPATH<br />SR.ANNOUCER <br />ALL INDIA RADIO,<br />SURATGARH<br />http://drjogasinghkait.blogspot.com<br />ईमेल-kait_jogi@yahoo.co.in<br /> dr.kait.jogi@gmail.com<br /> DRKAIT@HOTMAIL.COM<br />cell no.09414989423Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02141173624635243292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-51328905654631689152012-02-22T12:26:07.101+05:302012-02-22T12:26:07.101+05:30नेह रेशमी डोर फिर , माँझे का क्या काम
प्रेम पतँगिय...नेह रेशमी डोर फिर , माँझे का क्या काम<br />प्रेम पतँगिया झूमती, ज्यों राधा सँग श्याम.<br /><br />ऋतु आवत जावत रहे, पतझर पाछ बसंत<br />प्रेम पत्र कब सूखता ? इसकी आयु अनंत.<br /><br />सहमत हैं इस फलसफे से हम भी अरुण कुमार निगम जी के .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-66181201289846597712012-02-22T12:22:30.244+05:302012-02-22T12:22:30.244+05:30मौसम आकर्षित करे, हमको अपनी ओर।
कनकइया डग-मग करे, ...मौसम आकर्षित करे, हमको अपनी ओर।<br />कनकइया डग-मग करे, होकर भावविभोर।३।<br />रविकर जी से सहमत .सौन्दर्य का पल्लवन है बुढापा .'भले पत्ता टूटा डाल से ले गई पवन उडाय,अबके बिछुड़े कब मिलें ,दूर पड़ेंगें जाय '/'माली आवत देख के कलियाँ करें पुकार ,फूली फूली चुन लई,कल्ल ,हमारी बार .'<br /><br />सहमत नहीं हूँ मैं जीवन की निस्सारता से .क्षण भंगुरता से .एक क्षण में भरपूर जीवन होता है जीवन का नखलिस्तान पल दो पल का ही होता है जो ताउम्र प्रिय लगता है , इसलिए .virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-20233646106852706412012-02-22T10:41:20.871+05:302012-02-22T10:41:20.871+05:30इन दोहों ने तो गजब ही ढा दिया। बेहतरीन।इन दोहों ने तो गजब ही ढा दिया। बेहतरीन।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-50627947588164424622012-02-22T10:39:24.391+05:302012-02-22T10:39:24.391+05:30जबरदस्त ये भाव हैं, निगमागम का रूप ।
तन-मन मति नि...जबरदस्त ये भाव हैं, निगमागम का रूप ।<br /><br />तन-मन मति निर्मल करे, कुँवर अरुण की धूप ।। <br /><br />दिनेश की टिप्पणी - आपका लिंक<br />dineshkidillagi.blogspot.comरविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-52183157241429420952012-02-22T09:53:10.581+05:302012-02-22T09:53:10.581+05:30रूप चंद्र रस पान करें , रवि रतनारे नैन
सरसों सरसी...रूप चंद्र रस पान करें , रवि रतनारे नैन<br />सरसों सरसी सुर सधे,मधुर मधुर मधु बैन.<br /><br />गेहूँ गाय गीत गज़ल, सरसों करे सिंगार<br />नील वसन में श्याम जू,मानो आये द्वार.<br /><br />शौक हुआ सिलवा लिया, बंद गले का सूट<br />सजनी गर तारीफ करें , पैसे जायें छूट.<br /><br />नेह रेशमी डोर फिर , माँझे का क्या काम<br />प्रेम पतँगिया झूमती, ज्यों राधा सँग श्याम.<br /><br />ऋतु आवत जावत रहे, पतझर पाछ बसंत<br />प्रेम पत्र कब सूखता ? इसकी आयु अनंत.<br /><br />शास्त्री जी व रविकर जी को सादर............अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-27547512531845133312012-02-22T09:35:08.803+05:302012-02-22T09:35:08.803+05:30sundar!sundar!सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37586678705985363642012-02-22T08:37:03.826+05:302012-02-22T08:37:03.826+05:30बहुत अच्छा लगा .. आपका बहुत बहुत धन्यवाद .... अब त...बहुत अच्छा लगा .. आपका बहुत बहुत धन्यवाद .... अब तो आपसे दोहे लिखवाने के लिए कुछ मजाक वजाक का सहारा लेना पड़ेगा... :)).. ...दूसरा दोहा तो बेहद सुन्दर और बहुत अच्छे भावों को ले कर बनाया है...जो बिलकुल सही है .. ... सादरडॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-15685508337811439312012-02-22T08:03:17.614+05:302012-02-22T08:03:17.614+05:30डॉ.नूतन गैरोला जी!
दोहे तो मैंने लिखे हैं।
रविकर ज...डॉ.नूतन गैरोला जी!<br />दोहे तो मैंने लिखे हैं।<br />रविकर जी को तो समर्पित किये हैं!<br />--<br />दो दोहे आपके लिए भी है न!<br /><br />नूतन गैरोला नहीं, करती हैं परिहास।<br />इसीलिए उनके लिए, लिखा नहीं कुछ खास।१।<br /><br />घर के बड़े बुजुर्ग को, जो देते सम्मान।<br />उनका देश-समाज में, बढ़ जाता है मान।२।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-71894385852352026232012-02-22T07:34:03.051+05:302012-02-22T07:34:03.051+05:30काश की ऐसा प्रत्युत्तर हमें भी मिला होता तो हमारा ...काश की ऐसा प्रत्युत्तर हमें भी मिला होता तो हमारा अहोभाग्य होता ..:) रविकर जी के दोहे का जवाब लाजवाब है...डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीतिhttps://www.blogger.com/profile/08478064367045773177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-41029655746262272552012-02-22T05:29:32.237+05:302012-02-22T05:29:32.237+05:30बहुत अच्छे लगे सारे दोहे|बहुत अच्छे लगे सारे दोहे|ऋता शेखर 'मधु'https://www.blogger.com/profile/00472342261746574536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45036585170427854422012-02-21T23:51:45.864+05:302012-02-21T23:51:45.864+05:30रविकर जी की टिप्पणी का सुंदर दिया जबाब
सभी दोहे ...रविकर जी की टिप्पणी का सुंदर दिया जबाब <br />सभी दोहे अच्छे लगे,हम हो गए लाजबाब...<br /><br />बहुत बेहतरीन प्रस्तुति...शास्त्री जी बधाईधीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-53890929169097689402012-02-21T23:20:36.993+05:302012-02-21T23:20:36.993+05:30शास्त्री जी...खूबसूरत दोहे...वृद्ध हों आपक़े दुश्म...शास्त्री जी...खूबसूरत दोहे...वृद्ध हों आपक़े दुश्मन...Vaanbhatthttps://www.blogger.com/profile/12696036905764868427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-81637952735011985112012-02-21T23:20:35.305+05:302012-02-21T23:20:35.305+05:30बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....sangitahttps://www.blogger.com/profile/15885937167669396107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-79865304118907896042012-02-21T22:45:55.769+05:302012-02-21T22:45:55.769+05:30वाह...दमदार उत्तर...वाह...दमदार उत्तर...प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-7642051683109673212012-02-21T22:41:19.569+05:302012-02-21T22:41:19.569+05:30शब्द नहीं हैं इस अभिव्यक्ति के लिए ..वाह बहुत बहुत...शब्द नहीं हैं इस अभिव्यक्ति के लिए ..वाह बहुत बहुत बहुत अच्छा ..<br />kalamdaan.blogspot.inRITU BANSALhttps://www.blogger.com/profile/14474354506605954847noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-40310004830707236072012-02-21T22:29:40.333+05:302012-02-21T22:29:40.333+05:30बहुत ही उम्दा ....बहुत ही उम्दा .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45337602282687218622012-02-21T21:08:06.619+05:302012-02-21T21:08:06.619+05:30वाह बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....वाह बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....Pallavi saxenahttps://www.blogger.com/profile/10807975062526815633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22259387414069350532012-02-21T20:42:19.986+05:302012-02-21T20:42:19.986+05:30माता होय कुरूप अति, होंय पिता भी अंध |
वन्दनीय ये ...माता होय कुरूप अति, होंय पिता भी अंध |<br />वन्दनीय ये सर्वदा, अतिशय पावन बंध ||<br />बंध = शरीर<br /><br />उच्चारण अतिशय भला, रहे सदा आवाज |<br />शब्द छीजते हैं नहीं, पञ्च-तत्व कर लाज ||<br /><br />देव आज देते चले, फिर से पैतिस साल |<br />स्वस्थ रहेंगे सर्वदा, नौनिहाल सौ पाल ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-17401346708094989232012-02-21T19:59:52.814+05:302012-02-21T19:59:52.814+05:30बहुत अच्छा लगा ये वार्तालाप.बहुत अच्छा लगा ये वार्तालाप.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com