tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1857776375111214910..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "दिल तो है मतवाला बादल" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-47210480998579506022014-03-21T07:13:02.754+05:302014-03-21T07:13:02.754+05:30बहुत सुन्दर रचना !
बहुत सुन्दर रचना !<br />कालीपद "प्रसाद"https://www.blogger.com/profile/09952043082177738277noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-46957891822212699822014-03-21T05:17:08.358+05:302014-03-21T05:17:08.358+05:30सही कहा आपने आदरणीय वीरेन्द्र कुमार शर्मा जी...सही कहा आपने आदरणीय वीरेन्द्र कुमार शर्मा जी...डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37164432697211197262014-03-20T23:11:41.539+05:302014-03-20T23:11:41.539+05:30मन की कौन जाने गति और प्रकृति।मन की कौन जाने गति और प्रकृति।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-44838862738480570302014-03-20T22:48:48.089+05:302014-03-20T22:48:48.089+05:30
पौध सींचता सम्बन्धों की,
रीत निभाता अनुबन्धों की।...<br />पौध सींचता सम्बन्धों की,<br />रीत निभाता अनुबन्धों की।<br />मीठे पानी के सागर को,<br />नहीं जरूरत तटबन्धों की।<br />बाँध तोड़ देता है सारे, जब रसधार बहाता है।<br />दिल तो है मतवाला गिरगिट, “रूप” बदलता जाता है।। <br />दिल तो है मतवाला बादल रूप बदलता जाता है अच्छी रचना गिरगिट का रंग बदलना नकारात्मक भाव की सृष्टि करता है बादल होता है उपकारी ,गिरगिट होता नेता है virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-48669373171401369562014-03-20T21:13:11.360+05:302014-03-20T21:13:11.360+05:30बाँध तोड़ देता है सारे, जब रसधार बहाता है...बाँध तोड़ देता है सारे, जब रसधार बहाता है।<br />दिल तो है मतवाला गिरगिट,“रूप”बदलता जाता है।। <br /><br />बहुत खूब ! सुंदर रचना...!<br /><br /><b>RECENT POST -</b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2014/03/blog-post_20.html#links" rel="nofollow"> प्यार में दर्द है.</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-67887335454785715702014-03-20T21:13:07.958+05:302014-03-20T21:13:07.958+05:30वाह बहुत खूब :) वाह बहुत खूब :) सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com