tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post1919140486434430773..comments2024-03-25T20:26:21.589+05:30Comments on उच्चारण: दोहे "अब इस ओमीक्रोन से, कैसे पायें पार" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22017196305534278902021-12-08T06:32:04.298+05:302021-12-08T06:32:04.298+05:30अति सुंदर एवं सामयिक रचना।धन्यवाद।अति सुंदर एवं सामयिक रचना।धन्यवाद।Asharfi Lal Mishrahttps://www.blogger.com/profile/12719455690849556082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-6755932323032455972021-12-07T14:53:13.429+05:302021-12-07T14:53:13.429+05:30प्रणाम, बहुत सुंदर कविता में ढला ओमीक्रोन भी सोचे...प्रणाम, बहुत सुंदर कविता में ढला ओमीक्रोन भी सोचेगा कि शास्त्री जी ने तो हमें भी निशाने पर ले लिया Alaknanda Singhhttps://www.blogger.com/profile/15279923300617808324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-86506922305755938212021-12-07T11:32:32.582+05:302021-12-07T11:32:32.582+05:30सुंदर सीख सुंदर सीख Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-62158692178257210122021-12-07T09:33:49.638+05:302021-12-07T09:33:49.638+05:30बिल्कुल सही कहा आपने
होकर बहुत सतर्क करना है हर क...बिल्कुल सही कहा आपने <br />होकर बहुत सतर्क करना है हर काम... Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12702969794719358142021-12-07T00:11:33.628+05:302021-12-07T00:11:33.628+05:30नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा मंगलवा...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा मंगलवार (07-12-2021 ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> 'आया ओमीक्रोन का, चर्चा में अब नाम' (चर्चा अंक 4271) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। रात्रि 12:01 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी। <br /><br /> चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें। <br /><br /> यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके। <br /><br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br /><br />#रवीन्द्र_सिंह_यादवRavindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-27852819143969295872021-12-06T17:12:50.600+05:302021-12-06T17:12:50.600+05:30होकर बहुत सतर्क ही, करना अपने काम"
यही मूल मं...होकर बहुत सतर्क ही, करना अपने काम"<br />यही मूल मंत्र है गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.com