tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post3310719300233354430..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: दोहे "लाइव काव्यपाठ पर मेरे पाँच दोहे" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-72539241627647676742020-08-31T15:26:04.917+05:302020-08-31T15:26:04.917+05:30बहुत सुंदर और सटीक सृजन आदरणीय।बहुत सुंदर और सटीक सृजन आदरणीय।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-49120208876558374382020-08-31T15:25:34.352+05:302020-08-31T15:25:34.352+05:30वाह!!!!
क्या बात ....
सटीक दोहे।वाह!!!!<br />क्या बात ....<br />सटीक दोहे।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-75655125988564968642020-08-30T23:33:27.784+05:302020-08-30T23:33:27.784+05:30कुछ लोगों का पेट भर नहीं पाता है इतने कम समय में. ...कुछ लोगों का पेट भर नहीं पाता है इतने कम समय में. वे सारा ज्ञान दूसरे के अन्दर घुसाने में ही लगे रहते हैं. राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर = RAJA Kumarendra Singh Sengarhttps://www.blogger.com/profile/16845724216196125455noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-10365783863339745082020-08-30T21:13:30.165+05:302020-08-30T21:13:30.165+05:30नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार ...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार (31अगस्त 2020) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> 'राब्ता का ज़ाबता कहाँ हुआ निहाँ' (चर्चा अंक 3809) </a> पर भी होगी।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br /> --<br />-रवीन्द्र सिंह यादव<br /><br /><br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-49354220810729908842020-08-30T20:56:49.034+05:302020-08-30T20:56:49.034+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-48236683708579709122020-08-30T10:51:20.454+05:302020-08-30T10:51:20.454+05:30मान्यवर ! शुक्रगुज़ार हूँ आपका आप अपना समय निकालकर ...मान्यवर ! शुक्रगुज़ार हूँ आपका आप अपना समय निकालकर हौसला बढ़ाते रहे मैं देख न सका ,अब गलती दुरुस्त करता हूँ।<br /><br /><br /><br />लाइव का ऐसा बढ़ा, मुखपोथी पर रोग।<br />श्रोताओं को छात्र सा, समझ रहे हैं लोग।१।<br />--<br />अभिरुचियाँ जाने बिना, भोजन रहे परोस।।<br />वक्ताओं की सोच पर, होता है अफसोस।२।<br />--<br />शब्दों में यदि जान है, बने सार्थक कथ्य।<br />वो ही पढ़ना चाहिए, जिसमें हो कुछ तथ्य।३।<br />--<br />काव्यपाठ के हैं लिए, तीस मिनट पर्याप्त।<br />सार-सार पढ़कर करो, अपना काव्य समाप्त।४।<br />--<br />अदबी लोगों में बहुत, है कहास का लोभ।<br /><br />कहास शब्द अभिनव प्रयोग ,निवेदित :<br />अब छपास संग बढ़ रहा ,<br />कह कहास का रोग।कहा सुना सब माफ़ है लगा कोरोना सोग। <br />बेहतरीन अंदाज़ अपने परम शास्त्री जी के। <br />blogpaksh.blogspot.comvirendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-50182103969861902662020-08-30T10:46:50.018+05:302020-08-30T10:46:50.018+05:30बहुत बढिया। सच है श्रोता ज्यादा देर तक सुनना पसंद ...बहुत बढिया। सच है श्रोता ज्यादा देर तक सुनना पसंद नही करते!Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-49319985329505862122020-08-29T21:27:32.769+05:302020-08-29T21:27:32.769+05:30सुंदरसुंदरकलम की सुगंधhttps://www.blogger.com/profile/03283153785992349601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-4468875317458194482020-08-29T19:07:33.579+05:302020-08-29T19:07:33.579+05:30सुन्दर सृजन ।सुन्दर सृजन ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com