tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post3346330839560932460..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: “नाविक की सीख” (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री “मयंक”)डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-19442438964472906542011-01-01T09:35:04.439+05:302011-01-01T09:35:04.439+05:30सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,
यह...सुदूर खूबसूरत लालिमा ने आकाशगंगा को ढक लिया है,<br />यह हमारी आकाशगंगा है, <br />सारे सितारे हैरत से पूछ रहे हैं,<br />कहां से आ रही है आखिर यह खूबसूरत रोशनी,<br />आकाशगंगा में हर कोई पूछ रहा है,<br />किसने बिखरी ये रोशनी, कौन है वह,<br />मेरे मित्रो, मैं जानता हूं उसे,<br />आकाशगंगा के मेरे मित्रो, मैं सूर्य हूं,<br />मेरी परिधि में आठ ग्रह लगा रहे हैं चक्कर,<br />उनमें से एक है पृथ्वी,<br />जिसमें रहते हैं छह अरब मनुष्य सैकड़ों देशों में,<br />इन्हीं में एक है महान सभ्यता,<br />भारत 2020 की ओर बढ़ते हुए,<br />मना रहा है एक महान राष्ट्र के उदय का उत्सव,<br />भारत से आकाशगंगा तक पहुंच रहा है रोशनी का उत्सव,<br />एक ऐसा राष्ट्र, जिसमें नहीं होगा प्रदूषण,<br />नहीं होगी गरीबी, होगा समृद्धि का विस्तार,<br />शांति होगी, नहीं होगा युद्ध का कोई भय,<br />यही वह जगह है, जहां बरसेंगी खुशियां...<br />-डॉ एपीजे अब्दुल कलाम<br /><br />नववर्ष आपको बहुत बहुत शुभ हो...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-22369672059116995122010-12-18T22:26:35.492+05:302010-12-18T22:26:35.492+05:30बहुत सुन्दर बालगीत ....बहुत ही सुन्दर चित्रबहुत सुन्दर बालगीत ....बहुत ही सुन्दर चित्रKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45045081549403479212010-12-18T18:41:27.608+05:302010-12-18T18:41:27.608+05:30नाविक कहता आओ यार।
मैं ले जाऊँगा उस पार।।
मनमोहक ...नाविक कहता आओ यार। <br />मैं ले जाऊँगा उस पार।।<br />मनमोहक बाल गीत और फिर प्रांजल जी की चित्रकारी क्या कहनेM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-49277801585580414332010-12-18T18:21:47.184+05:302010-12-18T18:21:47.184+05:30achi rachnaachi rachnaAlokita Guptahttps://www.blogger.com/profile/09633732245477861725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-19711100451860552722010-12-18T12:38:28.197+05:302010-12-18T12:38:28.197+05:30आदरणीय शास्त्री जी सबसे पहले आपका अभिनंदन - १६ मात...आदरणीय शास्त्री जी सबसे पहले आपका अभिनंदन - १६ मात्रा वाले छंद संबंधित उपकरण 'चौपाई' का बड़ी ही खूबसूरती से प्रयोग करने के लिए| <br /><br />मित्रो मुझे विश्वास है हम में से कई सारे इसे लिख चुके हैं, या लिख रहे हैं| आज हम में से कई यह जानकार विस्मय करेंगे कि वो तो कब से इसे जानते थे| रामचरित मानस और हनुमान चालीसा का अभिन्न अंग है ये छंद|<br /><br />दूसरी बात इस तरह की कई कविताएँ हम लोगों ने बाल्यकाल में अपनी पाठ्य पुस्तकों में पढ़ी हैं, है न मज़े की बात| इसे पढ़ो:- <br /><br />उठो लाल अब आँखें खोलो|<br />पानी लाई हूँ, मुँह धो लो|<br />बीती रात कमल दल फूले||<br />उन के ऊपर भौरें झूले||<br /><br />जय हनुमान ज्ञान गुण सागर|<br />जय कपीस तिहुँ लोक उजागर||<br />राम दूत अतुलित बल्धामा|<br />अंजनि पुत्र, पवन सुत नामा||<br /><br /><br />याद आया मित्रो............ ये है १६ मात्रा वाला चौपाई छंद| १६ मात्राओं वाले चार चरणों से मिल कर बनता है एक 'चौपाई' छंद| शास्त्री जी, यदि मुझसे कहीं कोई त्रुटि हो रही हो तो कृपया साधिकार सुधारने की कृपा करें|<br /><br />तो आप सभी के साथ एक बार फिर से शास्त्री जी को सादर अभिवादन| और साथ ही हमारे सब के प्यारे प्रांजल शास्त्री को भी ढेर सारा प्यार, इतनी मनमोहक छवि दर्शाने के लिए|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-62589275762870093262010-12-18T10:04:48.998+05:302010-12-18T10:04:48.998+05:30bhut hi sundar baal geet hai.........par bhaw to k...bhut hi sundar baal geet hai.........par bhaw to kisi bhut bade fakir si hai......jeevan ka darshan hai aapke is kavita me......dhanyawaad.Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-28843878684785604612010-12-18T03:16:27.369+05:302010-12-18T03:16:27.369+05:30वाह!
सुन्दर चित्र और सुन्दर गीत!वाह!<br />सुन्दर चित्र और सुन्दर गीत!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-35723183469980737342010-12-17T20:00:02.363+05:302010-12-17T20:00:02.363+05:30अच्छॆ चित्र से प्रेरित अच्छी कविता!अच्छॆ चित्र से प्रेरित अच्छी कविता!siddheshwar singhhttps://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-16016922941661641972010-12-17T17:03:10.076+05:302010-12-17T17:03:10.076+05:30bahut sundar chirankan -ek jhodi ,nadi ,naav .sath...bahut sundar chirankan -ek jhodi ,nadi ,naav .sath me sundar kavita -bahut achchha sandesh deti hui .Shikha Kaushikhttps://www.blogger.com/profile/12226022322607540851noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-82097091333991154772010-12-17T16:00:41.560+05:302010-12-17T16:00:41.560+05:30आपकी पोस्ट की चर्चा कल (18-12-2010 ) शनिवार के चर...आपकी पोस्ट की चर्चा कल (18-12-2010 ) शनिवार के चर्चा मंच पर भी है ...अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव दे कर मार्गदर्शन करें ...आभार .<br /><br />http://charchamanch.uchcharan.com/संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-68613115501111084102010-12-17T11:20:17.703+05:302010-12-17T11:20:17.703+05:30परस्पर निर्भरता सृष्टि-चक्र है।परस्पर निर्भरता सृष्टि-चक्र है।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-56132085690136915982010-12-17T10:52:57.542+05:302010-12-17T10:52:57.542+05:30दादा जी की कविता के लिए
प्रांजल ने बहुत बढ़िया चि...दादा जी की कविता के लिए <br />प्रांजल ने बहुत बढ़िया चित्र बनाया है!रावेंद्रकुमार रविhttps://www.blogger.com/profile/15333328856904291371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-74977799191948140962010-12-17T10:50:08.292+05:302010-12-17T10:50:08.292+05:30गज़ब के भाव समेटे हैं बाल गीत मे………॥वाह!गज़ब के भाव समेटे हैं बाल गीत मे………॥वाह!vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-68167393016982313332010-12-17T08:49:31.585+05:302010-12-17T08:49:31.585+05:30जो मेरे दर आ जाता , मैं उसको पार लगाता ।
सुन्दर ब...जो मेरे दर आ जाता , मैं उसको पार लगाता ।<br /><br />सुन्दर बाल-गीत। पाठ्यक्रम में शामिल होने के लायक ।ѕнαιя ∂я. ѕαηנαу ∂αηιhttps://www.blogger.com/profile/05121772506788619980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-43703109947320326922010-12-17T07:56:30.735+05:302010-12-17T07:56:30.735+05:30प्रांजल प्रतिभावान हैं, आपका मार्गदर्शन मिलता रहे।...प्रांजल प्रतिभावान हैं, आपका मार्गदर्शन मिलता रहे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-61836340379082418092010-12-17T06:20:01.785+05:302010-12-17T06:20:01.785+05:30गहरे भाव लिए अच्छा बालगीत |बधाई
आशागहरे भाव लिए अच्छा बालगीत |बधाई <br />आशाAsha Lata Saxenahttps://www.blogger.com/profile/16407569651427462917noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-10500533892217014142010-12-17T05:35:33.185+05:302010-12-17T05:35:33.185+05:30बहुत सुंदर ..बहुत सुंदर ..संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-53769711176385839882010-12-16T23:10:52.378+05:302010-12-16T23:10:52.378+05:30बहुत ही सुंदर बाल कविता जी,बहुत ही सुंदर बाल कविता जी,राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-56546036599905833962010-12-16T22:28:31.568+05:302010-12-16T22:28:31.568+05:30बहुत सुन्दर बाल कविता है।बहुत सुन्दर बाल कविता है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-73661804831772042692010-12-16T22:22:17.771+05:302010-12-16T22:22:17.771+05:30सुन्दर बाल गीत,संदेश गूढसुन्दर बाल गीत,संदेश गूढSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-90591124588387872712010-12-16T19:43:21.256+05:302010-12-16T19:43:21.256+05:30बहुत सुंदर बालगीत, अगर यह बाल गीत है तो। वरना संदे...बहुत सुंदर बालगीत, अगर यह बाल गीत है तो। वरना संदेश तो इतने गूढ, गम्भीर हैं कि बड़े-बूढे भी अपना लें तो देश-समाज का कल्याण होगा। आज की इस भौतिकतावादी संस्कृति में कोई किसी दूसरे की मदद को आगे आने से कतराता है, उल्टे दूसरे के कंधे पर पैर रखकर आगे बढने की होड़ लगी है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-82838858964630729562010-12-16T19:36:17.776+05:302010-12-16T19:36:17.776+05:30बहुत ही सुन्दर बाल गीत, किन्तु अत्यंत गहरे दार्शनि...बहुत ही सुन्दर बाल गीत, किन्तु अत्यंत गहरे दार्शनिक भाव!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.com