tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post4382071327368906663..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "मख़मली परिवेश को क्या हो गया है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-62335433423493309732010-09-26T20:50:20.717+05:302010-09-26T20:50:20.717+05:30ek baar phir prabhaavshaali abhivyaktiek baar phir prabhaavshaali abhivyaktiसुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12620739137551295122010-09-26T20:17:27.466+05:302010-09-26T20:17:27.466+05:30न जाने क्या हो गया है ...बहुत अच्छी प्रस्तुतिन जाने क्या हो गया है ...बहुत अच्छी प्रस्तुतिshikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-48385924623227552292010-09-26T18:52:13.749+05:302010-09-26T18:52:13.749+05:30कविता के रूप में सुन्दर चिंतन सर..
जन्मदिन पर आपकी...कविता के रूप में सुन्दर चिंतन सर..<br />जन्मदिन पर आपकी शुभकामनाओं ने मेरा हौसला भी बढाया और यकीं भी दिलाया कि मैं कुछ अच्छा कर सकता हूँ.. ऐसे ही स्नेह बनाये रखें..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-71352337749260375042010-09-26T15:40:11.951+05:302010-09-26T15:40:11.951+05:30अत्यन्त भावपूर्ण एवं सामयिक रचना...बहुत सुंदर भाव ...अत्यन्त भावपूर्ण एवं सामयिक रचना...बहुत सुंदर भाव पिरोया है आपने ..शास्त्री जी सुंदर रचना के लिए आभार..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-6901090626782116352010-09-26T15:18:15.325+05:302010-09-26T15:18:15.325+05:30सुंदर गीत बधाईसुंदर गीत बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89580241293774978572010-09-26T12:20:51.630+05:302010-09-26T12:20:51.630+05:30क्या कहूँ, इतनी बेहतरीन रचना के लिए शब्द नहीं हैं....क्या कहूँ, इतनी बेहतरीन रचना के लिए शब्द नहीं हैं..... बेहद खूबसूरत, बेहतरीन भाव!Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-43202492639935879402010-09-26T12:16:58.359+05:302010-09-26T12:16:58.359+05:30बहुत अच्छी लगी यह प्रस्तुति....बहुत अच्छी लगी यह प्रस्तुति....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-60351869197999081262010-09-26T12:10:50.517+05:302010-09-26T12:10:50.517+05:30जियो.जीने दो
यही तो कुदरती फ़रमान है
आज इस आदेश क...जियो.जीने दो <br />यही तो कुदरती फ़रमान है<br />आज इस आदेश को क्या हो गया है<br />मख़मली परिवेश को क्या हो गया है।<br />...वाह..वाह... बहुत ही भावपरक रचना।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-20525436565114099942010-09-26T09:29:22.950+05:302010-09-26T09:29:22.950+05:30बहुत सुन्दरता से आपने सबके ह्रदय के भावों को बखूबी...बहुत सुन्दरता से आपने सबके ह्रदय के भावों को बखूबी शब्दों में पिरोया है ! शानदार रचना!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-7772742117110261412010-09-25T21:14:27.125+05:302010-09-25T21:14:27.125+05:30जय हो आपकी
और
आपकी सृजन क्षमता की..........जय हो आपकी<br />और<br />आपकी सृजन क्षमता की..........Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-445356460075107482010-09-25T20:12:20.507+05:302010-09-25T20:12:20.507+05:30आज यही तो हर दिल की वेदना है मगर सिवाय सहने के कुछ...आज यही तो हर दिल की वेदना है मगर सिवाय सहने के कुछ नही कर पा रहे हैं………………सबके ह्र्दय के भावो को आपने शब्द दे दिये हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12528211304117615522010-09-25T19:06:18.938+05:302010-09-25T19:06:18.938+05:30पता नहीं इस देश को क्या हो गया है?पता नहीं इस देश को क्या हो गया है?मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-7043294080558599742010-09-25T18:22:54.450+05:302010-09-25T18:22:54.450+05:30सशक्त वेदना के स्वर हैं और जो टीस माननिय गोदियाल ज...सशक्त वेदना के स्वर हैं और जो टीस माननिय गोदियाल जी ने व्यक्त की है वही फ़ांस सबके गले में अटकी है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-86477157614878822102010-09-25T18:20:02.713+05:302010-09-25T18:20:02.713+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति.धन्यवादबहुत अच्छी प्रस्तुति.धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-57842479874392298112010-09-25T17:12:22.170+05:302010-09-25T17:12:22.170+05:30खोजते दैर-ओ-हरम में राम और रहमान को,
एकदेशी समझते ...खोजते दैर-ओ-हरम में राम और रहमान को,<br />एकदेशी समझते हैं, लोग अब भगवान को,<br />धार्मिक सन्देश को क्या हो गया है?<br />मख़मली परिवेश को क्या हो गया है??<br /><br />देश को आज नहीं हुआ शास्त्री जी, जो खेती हम ६० के दशक से बोते आये है वो फसल पक गई है बस !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-65378474889065049532010-09-25T16:49:09.857+05:302010-09-25T16:49:09.857+05:30इस वेदना में आपके साथ...इस वेदना में आपके साथ...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com