tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post505614671125994484..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: गीत "आँसू यही बताते हैं" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’)डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89296960458294831782021-02-26T16:25:05.233+05:302021-02-26T16:25:05.233+05:30बहुत बढियां रचना, आंसूओं के हर मर्म को दर्शाती हैबहुत बढियां रचना, आंसूओं के हर मर्म को दर्शाती हैBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59358143001516368812021-02-26T16:12:18.199+05:302021-02-26T16:12:18.199+05:30बहुत सुंदर और सार्थक सृजन आदरणीय।बहुत सुंदर और सार्थक सृजन आदरणीय।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-77945180940357026572021-02-26T15:34:24.100+05:302021-02-26T15:34:24.100+05:30हमें न सागर से कम समझो,
आँसू यही बताते हैं।।आदरणीय...हमें न सागर से कम समझो,<br />आँसू यही बताते हैं।।आदरणीय सर कमाल की लेखनी और उसके भाव। मन को अनायास भा गई आपकी रचना। हार्दिक शुभकामनाएँ और प्रणाम 🙏🙏💐💐रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-55991744706631688042021-02-26T11:47:03.520+05:302021-02-26T11:47:03.520+05:30दुख आने पर नयन बावरे,
खारा जल बरसाते हैं।
हमें न स...दुख आने पर नयन बावरे,<br />खारा जल बरसाते हैं।<br />हमें न सागर से कम समझो,<br />आँसू यही बताते हैं।।<br /><br />बहुत ही सुंदर,सार्थक संदेश देती रचना आदरणीय सर,सादर नमन आपको Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59273326816614027232021-02-26T09:39:33.765+05:302021-02-26T09:39:33.765+05:30बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-7147944157917212952021-02-26T00:18:57.297+05:302021-02-26T00:18:57.297+05:30दुख में भरी वेदना कितनी,
आँसू सब कह जाते हैं।
हमें...दुख में भरी वेदना कितनी,<br />आँसू सब कह जाते हैं।<br />हमें न सागर से कम समझो,<br />आँसू यही बताते हैं।।<br /><br />आंसू के मर्म को कितनी गहराई से महसूस किया है आपने आदरणीय ! ... और फिर उसे सरस गीत में ढाला है...<br />साधुवाद 🙏<br />सादर,<br />डॉ. वर्षा सिंहDr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-37329424979738013332021-02-25T19:42:27.269+05:302021-02-25T19:42:27.269+05:30आँसू सब कुछ कह देते हैं मन की बात ।
सुंदर गीत ।आँसू सब कुछ कह देते हैं मन की बात । <br />सुंदर गीत ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-24067428863892636542021-02-25T14:14:13.011+05:302021-02-25T14:14:13.011+05:30आंसू बहुत कुछ कहते हैं..आपकी रचना ने आंसू के हर मर...आंसू बहुत कुछ कहते हैं..आपकी रचना ने आंसू के हर मर्म को उजागर कर दिया है..बहुत सुंदरमन जैसा कुछhttps://www.blogger.com/profile/03267889928959025169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-9059704784235741122021-02-25T12:05:42.541+05:302021-02-25T12:05:42.541+05:30--
ज्वार और भाटा जीवन के,
साथ चला करते हैं,
नकली क...--<br />ज्वार और भाटा जीवन के,<br />साथ चला करते हैं,<br />नकली कागज के प्रसून,<br />हर बार छला करते हैं,<br />आपा-धापी की महफिल में,<br />झूठा जश्न मनाते हैं।<br />हमें न सागर से कम समझो,<br />आँसू यही बताते हैं।।..सुन्दर मर्मस्पर्शी भावों की अभिव्यक्ति..जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-29398260935812574562021-02-25T11:18:52.955+05:302021-02-25T11:18:52.955+05:30बहुत बढ़िया सर!बहुत बढ़िया सर!Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-12066551386990650682021-02-25T08:31:03.278+05:302021-02-25T08:31:03.278+05:30बहुत सुंदर।बहुत सुंदर।शिवम कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/04835045259840214933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59573404518065653882021-02-25T07:33:45.731+05:302021-02-25T07:33:45.731+05:30आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 26-02-2021) को...आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 26-02-2021) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> <br />"कली कुसुम की बांध कलंगी रंग कसुमल भर लाई है" (चर्चा अंक- 3989) </a> पर होगी। आप भी सादर आमंत्रित हैं।<br />धन्यवाद.<br />…<br /><br />"मीना भारद्वाज"<br />Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com