tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post5456235770854280608..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-27682326075338124102009-12-15T19:09:53.581+05:302009-12-15T19:09:53.581+05:30बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण कविता , बधाई !बहुत ही सुन्दर भावपूर्ण कविता , बधाई !Kusum Thakurhttps://www.blogger.com/profile/02345756853367472461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-20057991645434539902009-12-15T15:50:08.291+05:302009-12-15T15:50:08.291+05:30कलिजुग है - आम जल्दी बौराने लगे!कलिजुग है - आम जल्दी बौराने लगे!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-79865784230449451522009-12-15T15:04:34.835+05:302009-12-15T15:04:34.835+05:30फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,
जुगलबन्दी छेड...फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,<br />जुगलबन्दी छेड़कर, प्रेमी युगल गाने लगे,<br />चहकते प्यारे परिन्दे, दुर्ग की दीवार पर।<br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर ।<br /><br />बहुत ही अनुपम रचना, आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25862622290473837482009-12-15T12:22:05.924+05:302009-12-15T12:22:05.924+05:30दुःख की बदली छँटी, सूरज उगा विश्वास का,
जल रहा दी...दुःख की बदली छँटी, सूरज उगा विश्वास का,<br />जल रहा दीपक दिलों मे स्नेह ले उल्लास का,<br />ज्वर चढ़ा, पारा बढ़ा है प्यार के संसार पर।<br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर ...<br /><br />बेहतरीन ......... लाजवाब गीत की तरह गाए जाने वाली रचना ..... हर छन्द एक से बढ़ कर एक .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-51256533720134000962009-12-15T12:05:41.523+05:302009-12-15T12:05:41.523+05:30भ्रमर की गुञ्जार गुन-गुन गान है गाने लगी,
तितलियों...भ्रमर की गुञ्जार गुन-गुन गान है गाने लगी,<br />तितलियों की फड़फड़ाहट कान में आने लगी,<br />छा गया है रंग मधुवन में बसन्ती रूप धर।<br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर।।<br /><br />bahut hi sundar bhav.........jab bhi aisi dastak ho tabhi samjho basant hai...........bahut hi badhiya geet.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-66766001390721872282009-12-15T11:49:43.732+05:302009-12-15T11:49:43.732+05:30बहुत सुन्दर मनमोहक कविता !
घुघूती बासूतीबहुत सुन्दर मनमोहक कविता !<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-69553750459790776622009-12-15T11:44:39.328+05:302009-12-15T11:44:39.328+05:30if someone has to start his/her day with a chilled...if someone has to start his/her day with a chilled breezer, this is the one to read.<br /><br />excellent shastri ji....सुरेन्द्र "मुल्हिद"https://www.blogger.com/profile/00509168515861229579noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-47138400625217660182009-12-15T10:57:07.402+05:302009-12-15T10:57:07.402+05:30भाव पूर्ण गीत सुन्दर रचना , दिसम्बर में बसंत बहार ...भाव पूर्ण गीत सुन्दर रचना , दिसम्बर में बसंत बहार |<br />लगता का आज का दिन बेहद खूबसूरत जायेगा<br />दिन की इतनी मीठी शुरुआत जो हुई है |आकाँक्षा गर्ग ( Akanksha Garg )https://www.blogger.com/profile/17130895555490406155noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-49033972083268701972009-12-15T09:23:00.149+05:302009-12-15T09:23:00.149+05:30शास्त्री जी, आपके मुह से यही तो उगलवाना चाह रहा थ...शास्त्री जी, आपके मुह से यही तो उगलवाना चाह रहा था :), बहुत अच्छा लगा !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89149263149291198952009-12-14T23:52:48.310+05:302009-12-14T23:52:48.310+05:30कितना प्यारा गीत है. गेयता आपकी लेखनी की खासियत है...कितना प्यारा गीत है. गेयता आपकी लेखनी की खासियत है शास्त्री जी.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-45460462545645518972009-12-14T22:08:14.865+05:302009-12-14T22:08:14.865+05:30दुःख की बदली छँटी, सूरज उगा विश्वास का,
जल रहा द...दुःख की बदली छँटी, सूरज उगा विश्वास का,<br /><br />जल रहा दीपक दिलों मे स्नेह ले उल्लास का,<br /><br />ज्वर चढ़ा, पारा बढ़ा है प्यार के संसार पर।<br /><br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर।।<br /><br />शानदारbijnior districthttps://www.blogger.com/profile/02245457778160306799noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-53881536361423015622009-12-14T21:44:23.840+05:302009-12-14T21:44:23.840+05:30आपकी रचना में भाषा का ऐसा रूप मिलता है कि वह हृदयग...आपकी रचना में भाषा का ऐसा रूप मिलता है कि वह हृदयगम्य हो गई है।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-10821886138855517262009-12-14T21:29:20.097+05:302009-12-14T21:29:20.097+05:30वाह खुबसूरत प्यार भरा गीत.वाह खुबसूरत प्यार भरा गीत.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-1415269010097180152009-12-14T19:27:34.208+05:302009-12-14T19:27:34.208+05:30वाह बहुत बढिया .. क्या कहने !!वाह बहुत बढिया .. क्या कहने !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-38536050844218588022009-12-14T18:41:25.113+05:302009-12-14T18:41:25.113+05:30bahut hi bhaav bheena geet..........
aanand aa ga...bahut hi bhaav bheena geet..........<br /><br />aanand aa gaya !Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-79467164022993159762009-12-14T18:30:16.373+05:302009-12-14T18:30:16.373+05:30भाई गोदियाल जी नमस्कार!
यह तो मुझे भी पता है कि
द...भाई गोदियाल जी नमस्कार!<br />यह तो मुझे भी पता है कि <br />दिसम्बर मास चल रहा है <br />और <br />अभी मार्गशीर्ष चल रहा है <br />और <br />पौष भी नही आया है <br />परन्तु क्या कविता लिखना ही बन्द कर दें?डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-77709702374557139562009-12-14T17:53:51.533+05:302009-12-14T17:53:51.533+05:30फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,
जुगलबन्दी छे...फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,<br /><br />जुगलबन्दी छेड़कर, प्रेमी युगल गाने लगे,<br /><br />चहकते प्यारे परिन्दे, दुर्ग की दीवार पर।<br /><br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर।।<br /><br />और यह सब हो रहा है दिसंबर माह में, यानी अभी पूस भी नहीं लगा, मार्ग्शीस चल रहा है! जो की कुल मिलकर एक शुभ सन्देश नहीं कहा जा सकता ! बहुत सुन्दर शास्त्री जी,पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-80962967722661907572009-12-14T17:50:26.261+05:302009-12-14T17:50:26.261+05:30फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,
जुगलबन्दी छेड...फूलती खेतों में सरसों आम बौराने लगे,<br />जुगलबन्दी छेड़कर, प्रेमी युगल गाने लगे,<br />चहकते प्यारे परिन्दे, दुर्ग की दीवार पर।<br />दे रहा मधुमास दस्तक है हृदय के द्वार पर।।<br /><br />बहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.com