tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post5690067798304114888..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: दोहे ”उच्चारण खामोश" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-8797224764470402242017-10-10T09:30:41.251+05:302017-10-10T09:30:41.251+05:30नमन।नमन।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-89854124996229463182017-04-18T08:11:31.461+05:302017-04-18T08:11:31.461+05:30ममता का जिसकी नहीं, होता कोई अन्त।
उस माँ के दिल म...ममता का जिसकी नहीं, होता कोई अन्त।<br />उस माँ के दिल में बसा, करुणा-प्यार अनन्त।।<br />हृदय को स्पर्श करती पंक्तियाँ।<br />'एकलव्य'https://www.blogger.com/profile/13124378139418306081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-59083116384243976182017-04-17T15:34:56.661+05:302017-04-17T15:34:56.661+05:30नारायण से भी बड़ी, नारी की है जात।
सृजन कर रही सृष...नारायण से भी बड़ी, नारी की है जात।<br />सृजन कर रही सृष्टि का, इसीलिए है मात।।<br /><br />अब मेरे सिर पर नहीं, माता जी का हाथ।<br />कैसे अब कहलाउगाँ, माँ के बिना सनाथ।<br />... माँ के आगे सारा संसार बेरौनक है <br />मर्मस्पर्शी भाव कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-56672467094396783462017-04-17T11:14:56.279+05:302017-04-17T11:14:56.279+05:30दिनांक 18/04/2017 को...
आप की रचना का लिंक होगा......दिनांक 18/04/2017 को...<br />आप की रचना का लिंक होगा...<br /><a href="http://halchalwith5links.blogspot.in/" rel="nofollow">पांच लिंकों का आनंद</a> पर...<br />आप भी इस चर्चा में सादर आमंत्रित हैं...<br />आप की प्रतीक्षा रहेगी...<br /> kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-16507517237214946422017-04-17T09:00:31.182+05:302017-04-17T09:00:31.182+05:30वाह ... दिल को छु लेने वाले भाव हैं हर दफे में ......वाह ... दिल को छु लेने वाले भाव हैं हर दफे में ... माँ की कमी तो हर उम्र में महसूस होती है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com