tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post8120526975247174351..comments2024-03-28T21:04:40.074+05:30Comments on उच्चारण: "भिखारी व्यस्त हैं कुर्सी बचाने में" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-33253305488671530562013-10-26T09:23:36.964+05:302013-10-26T09:23:36.964+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-87022310533961084252013-10-26T09:23:00.047+05:302013-10-26T09:23:00.047+05:30अच्छी प्रस्तुति ! कटु सत्य है !!अच्छी प्रस्तुति ! कटु सत्य है !!देवदत्त प्रसूनhttps://www.blogger.com/profile/06275143755319297820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-74938366104232439612013-10-26T07:01:10.350+05:302013-10-26T07:01:10.350+05:30सुन्दर प्रस्तुति।
सफर करते हैं लेकर नाम दादी और प...सुन्दर प्रस्तुति। <br />सफर करते हैं लेकर नाम दादी और पापा का ,<br /><br />वो मजमा रोज़ यूं करते हैं खुद को आजमाने का। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25744880420690543152013-10-26T06:58:39.832+05:302013-10-26T06:58:39.832+05:30युवक मजबूर होकर खींचते हैं रात-दिन रिक्शा,
मगर कु...युवक मजबूर होकर खींचते हैं रात-दिन रिक्शा, <br />मगर कुत्ते और बिल्ले कर रहें हैं दूध की रक्षा, <br />श्रमिक का हो रहा शोषण, धनिक के कारखाने में। <br />लुटेरे ओढ़ पीताम्बर लगे खाने-कमाने में।।<br /><br />मगर कुत्ते 'औ' बिल्ले कर रहें हैं दुग्ध की रक्षा, <br /><br />सुन्दर प्रस्तुति। <br />सफर करते हैं लेकर नाम दादी और पापा का ,<br /><br />वो मजमा रोज़ करते हैं खुद अपने आजमाने का। virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-70272744079393471392013-10-25T20:41:32.726+05:302013-10-25T20:41:32.726+05:30सन्नाट अभिव्यक्ति..सन्नाट अभिव्यक्ति..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-25948513249663979842013-10-25T19:32:30.657+05:302013-10-25T19:32:30.657+05:30मैंने भी कोशिश की आज कुर्सी को लेकर पर नहीं कह पाय...मैंने भी कोशिश की आज कुर्सी को लेकर पर नहीं कह पाया <br />मेरे मन की बात तो आपका बस शीर्षक ही बताने है आया !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5484540138728195838.post-20298630684382379422013-10-25T19:01:48.471+05:302013-10-25T19:01:48.471+05:30अत्यंत सशक्त अभिव्यक्ति है। आभार।अत्यंत सशक्त अभिव्यक्ति है। आभार।Jai bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/18001805060200677110noreply@blogger.com