तुम अगर मेरे जीवन में आते नही। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। होती खेतों में तम्बू-कनाते गड़ी, एक सुन्दर सा घर हम बनाते नही। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। प्यार करना न आता हमें उम्र भर, गीत-कविताएँ हम गुन-गुनाते नही।। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। करनी पड़ती हमें एक दिन खुदकशी, राह जीने की गर तुम दिखाते नही। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। डर गयीं थी सभी रोशनी की किरण, आँख चन्दा व सूरज मिलाते नही। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। ले ही जाती भँवर में लहर खींच कर, हाथ अपना अगर तुम थमाते नही। हमको रंग जिन्दगी के लुभाते नही।। |
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सोमवार, 13 जुलाई 2009
‘‘तुम अगर मेरे जीवन में आते नही’’ (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘‘मयंक’’)
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वाह..वाह...मयंक जी!
जवाब देंहटाएंजिन्दगी को आपने
वहुत सुन्दर शब्दों में बाँधा है।
आभार!
मयंक भैय्या!
जवाब देंहटाएंकमाल कर दिया!
जितनी सुन्दर कविता,
उतने ही सुन्दर भाव।
बधाई।
बेहतरीन शायरी,
जवाब देंहटाएंमुबारकवाद!
क्या बात है शास्त्री जी!! लेकिन ये तो नई डायरी की ही रचना लगती है...
जवाब देंहटाएंअरे वाह, बहुत बढि़या.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब लिखा है आपने।
जवाब देंहटाएंसुनो जी!
जवाब देंहटाएंइसके गज़ल लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित करती हूँ।
शास्त्री जी!
जवाब देंहटाएंआज तो भाभी जी को भी आपने खुश कर ही दिया।
बहुत खूब....
बधाई हो!
वन्दना अवस्थी दूबे जी!
जवाब देंहटाएंआपने सही अनुमान लगाया है।
यह ताज़ा ग़ज़ल है।
सक्सेना जी!
बढ़ती उम्र में ग़ज़ल से ही सही,
श्रीमती जी को तो खुश कर ही दिया।
शास्त्री जी वाह..वाह बहुत बढि़या,आपने बहुत खूब लिखा है,
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
पहले सावन की महिमा और अब यह प्रणय गीत.. इसका मतलब हमारे यहां हुई बारिश का असर उत्तरांचल तक है..:) ... आभार
जवाब देंहटाएंवाह शाश्त्रीजी आज तो बहारें छायी हैं. बहुत शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
खुशकिस्मत भाभी जी लगतीं कितना सुन्दर गीत।
जवाब देंहटाएंइसी तरह सबको मिले जीवन भर का मीत।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
सच कहा किसी ख़ास के आने से जीवन में बहार आ जाती है...खूबसूरत ग़ज़ल
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा
जवाब देंहटाएं---
श्री युक्तेश्वर गिरि के चार युग
बहुत खूब लिखा है आपने, अति उत्तम
जवाब देंहटाएंwaah sunder ehsaas se bani sunder rachana.
जवाब देंहटाएंबहुत ही उम्दा रचना लिखा है आपने शास्त्री जी! इतने सुंदर तरीके से आपने ज़िन्दगी को ख़ूबसूरत शब्दों में लिखा है जो प्रशंग्सनीय है!
जवाब देंहटाएंbahut hi shandar dil ko choone wali rachna likhi hai.
जवाब देंहटाएंrang jeevan mein itne umadte nhi
jeevan ki bagiya mahakti nhi
tum agar mere jeevan mein aate nhi
bahut hi shandar dil ko choone wali rachna likhi hai.
जवाब देंहटाएंrang jeevan mein itne umadte nhi
jeevan ki bagiya mahakti nhi
tum agar mere jeevan mein aate nhi
वाह वाह मयंक जी जीवन की खूबसूरती को झलकाती इस सुन्दर कविता के लइये बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंवाह..वाह... गजब ही ढा दिया शास्त्रीजी!!!!
जवाब देंहटाएंआभार/मगलभावो के साथ
मुम्बई टाइगर
हे प्रभु तेरापन्थ खान