मोदी पाकिस्तान को,
कभी न करना माफ।
नक्शे पर से अब करो,
उस पापी को साफ।।
आजादी से पूर्व
का, अब हो हिन्दुस्तान।
बँटवारे के पाप
का, अन्त करो श्रीमान।।
विष हो जिनके दाँत
में, वो ही होते नाग।
चतुर-चपल-मक्कार
को, दुनिया कहती काग।।
मानवता को दे रहा,
जो विषधर सन्ताप।
उस पापी के शीश
को, कुचल दीजिये आप।।
दानवता को देवता, करते
नहीं पसन्द।
अब आतंकी का करो, चारा-पानी
बन्द।।
अपनी सेना पर सदा,
भारत करता नाज।
सेना ही तो शत्रु
का, करती सही इलाज।।
कूटनीति से अब नही,
यहाँ चलेगा काम।
सारे जग में हो
गया, आज पाक बदनाम।।
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शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2019
दोहे "कभी न करना माफ" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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