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गोवर्धन पूजा करो, शुद्ध करो परिवेश।
गोसंवर्धन से करो, उन्नत अपना देश।
अन्नकूट के दिवस पर, करो अर्चना आज।
गोरक्षा से सबल हो, पूरा देश समाज।।
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श्रीकृष्ण ने कर दिया, माँ का ऊँचा भाल।
इस अवसर पर आप भी, बन जाओ गोपाल।।
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गौमाता से ही मिले, दूध-दही, नवनीत।
सबको होनी चाहिए, गौमाता से प्रीत।।
गइया के घी-दूध से, बढ़ जाता है ज्ञान।
दुग्धपान करके बने, नौनिहाल बलवान।।
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कैमीकल का उर्वरक, कर देगा बरबाद।
फसलों में डालो सदा, गोबर की ही खाद।।
गंगा-गइया का रखो, आप हमेशा ध्यान।
बन्द कसाईघर करो, कहलाओ इंसान।।
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रविवार, 27 अक्तूबर 2019
दोहे "अन्नकूट पूजा-गौमाता से प्रीत" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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बहुत सुन्दर दोहे ...
जवाब देंहटाएंअन्नकूट की बहुत बहुत बधाई ...
कमाल के दोहे...
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