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जी नमस्ते,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (02-08-2019) को "हरेला का त्यौहार" (चर्चा अंक- 3416) पर भी होगी।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
आप भी सादर आमंत्रित है
….
अनीता सैनी
बहुत शानदार जानकारी युक्त लेख साथ ही अनुपम दोहे विषयानुरूप।
जवाब देंहटाएंप्रकृति और पर्यावरण के प्रति कितने सजग और संवेदनशील थे वे लोग ,हम उसे बहत कुछ सीख सकते हैं.
जवाब देंहटाएंSundar dohe. Ted, Reddit, Themeforest & Theverge profile
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंपर्व हरेला आ गया, लेकर राखी-तीज।
घर-घर में बनते सभी, व्यञ्जन बहुत लजीज।।
हरेला त्यौहार की आपको सपरिवार शुभकामनाएं एवं बधाई .
बढ़िया जानकारी.
जवाब देंहटाएंनवीन जानकारी बढ़िया सर
जवाब देंहटाएंमेरे लिए नई जानकारी,सचमुच भारत तीज और त्योहारों का देश हैं,सुंदर सृजन सर,सादर नमन
जवाब देंहटाएंअच्छी एवं रोचक जानकारी!
जवाब देंहटाएं