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देश और दुनिया में, ज्ञान का प्रसार हो,
जवाब देंहटाएंलेखन में धार दो, वीणा की झंकार दो।
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वन्दना है वीणापाणि, आपसे मयंक की,
मुझको नये साल में, नवल विचार दो।
सुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 24.12.2020 को चर्चा मंच पर दिया जाएगा| आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ाएगी|
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
दिलबागसिंह विर्क
बहुत खूब सर! हम आशा करते हैं माँ शारदे आपकी पुकार जरूर सुनें।
जवाब देंहटाएंदो हजार बीस तो, लेकर आया काल को,
जवाब देंहटाएंनये वर्ष इक्कीस में, खुशी का उपहार दो।
–हमारी भी दुआ शामिल कर कुबूल हो
वन्दन
बहुत सुंदर सकारात्मक सृजन।
जवाब देंहटाएंप्रणाम सर।
आपकी यह प्रार्थना जगत् कल्याण की है, अवश्य फलीभूत होगी।
जवाब देंहटाएंबहुत श्रेष्ठ सुंदर रचना है।
सादर नमन!!!
आहा... बहुत सुन्दर वंदना सर... हार्दिक बधाई एवं नमन् ।
जवाब देंहटाएंदिव्य अभिव्यक्ति। रचना मुग्ध करती हुई - -
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