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मंगलवार, 20 अक्टूबर 2009
"सब बच्चों का प्यारा मामा" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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चंदा मामा जग से न्यारा
जवाब देंहटाएंचंदा मामा सबको प्यारा
नानी का है बड़ा दुलारा
नाना की आँखों का तारा
बहुत सुंदर कविता, नमस्ते जी
sundar manbhavan tasveeren aur achhisi kavita dene ke liye dhanyawad.
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder kavita.....
जवाब देंहटाएंsundar bal kavita hai.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सुंदर कविता!
जवाब देंहटाएंचन्दा मामा पर लिखी कविता पसन्द आयी, बधाई।
जवाब देंहटाएंअभी भी मेरा प्यारा मामा है .....सुन्दर!
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने चंदा हमेशा बच्चों का मामा बना रहेगा।.
जवाब देंहटाएं( Treasurer-S. T. )
करवा-चौथ पर्व जब आता।
जवाब देंहटाएंचन्दा का महत्व बढ़ जाता।।
महिलाएँ छत पर जाकर के।
इसको तकती हैं जी-भर के।।
यह सुहाग का शुभ दाता है।
इसीलिए पूजा जाता है।।
बहुत सुंदर कविता कही आप ने .
धन्यवाद
सुन्दर रचना के साथ सुन्दर चित्र देख कर मन को बहुत अच्छा लगा। बधाई।
जवाब देंहटाएंधवल चांदनी लेकर आता, आंखों को शीतल कर जाता ,
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना, आभार ।
वाह वाह शास्त्रीजी आपने बहुत ही सुंदर कविता लिखा है खासकर तस्वीरों ने तो कविता पर चार चाँद लगा दिया! बहुत बहुत सुंदर! एक से बढ़कर एक तस्वीरें हैं और मन को भा गया चाँद को देखकर!
जवाब देंहटाएंचंदा मामा चंदा मामा
जवाब देंहटाएं--बढ़िया पोस्ट साथ में लाना...मजा आया. चित्र सभी बेहतरीन रहे कविता के साथ साथ.
चंदा मामा जग से न्यारा
जवाब देंहटाएंचंदा मामा सबको प्यारा
नानी का है बड़ा दुलारा
नाना की आँखों का तारा
बहुत सुंदर कविता बहुत बहुत बधाई
ओ हो अब पता चला डॉक्टर साहब कि आप " मयंक" क्यों है । बहुत सुन्दर चित्र हैं मै इन छवियों में खो गया । कविता बच्चों को बहुत पसन्द आयेगी और बड़ो को भी ।
जवाब देंहटाएंसारे जग से न्यारा मामा।
जवाब देंहटाएंसब बच्चों का प्यारा मामा।।......chitra sahit sundar rachana......