उन्नत बलशाली परकोटा हूँ।
मैं हूँ वज्र समान हिमालय,
कोई न छोटा-मोटा हूँ।।
माँ की आन-बान की खातिर,
वीर बलिदान हो गये।
सरहद पर कुर्बान हो गये।।
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देव-भूमि को नेह-सिन्धु से,
जवाब देंहटाएंदिन और रात गुहार रहा हूँ।
मैं गंगा के पावन जल से,
माँ के चरण पखार रहा हूँ।।
Adhbhut rachna ....
Mai Bhi Ganga Teere Ka Hoon Is Liye Is RACHNA ka marm jaan sakta Hoon .......
bahut achchi lagi yeh kavita...
जवाब देंहटाएंमैं गंगा के पावन जल से,
जवाब देंहटाएंमाँ के चरण पखार रहा हूँ।।
कितना निर्मल है रचना का भाव
एक और सुन्दर कविता शास्त्री जी !
जवाब देंहटाएंshastri ji,
जवाब देंहटाएंaaj to deshbhakti kee kavita likh di. bharat mata kee jay.
बहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
मैं गंगा के पावन जल से,
जवाब देंहटाएंमाँ के चरण पखार रहा हूँ।।
बेहद स्नेहिल भाव भारत माता और मां गंगा के प्रति अनुपम प्रस्तुति के लिये, आभार
मैं अभेद्य दुर्ग का,
जवाब देंहटाएंउन्नत बलशाली परकोटा हूँ।
मैं हूँ वज्र समान हिमालय,
कोई न छोटा-मोटा हूँ।।
waah waah.............aaj to bahut hi sundar aur deshhakti mein doobi kavita likhi hai .........badhayi
शास्त्री जी चित्रों के साथ गीत के प्रस्तुती लाजवाब बन पडी है , बहुत सुन्दर लगा
जवाब देंहटाएंमैं अभेद्य दुर्ग का,
जवाब देंहटाएंउन्नत बलशाली परकोटा हूँ।
मैं हूँ वज्र समान हिमालय,
कोई न छोटा-मोटा हूँ।.....सुन्दर. भाव... आभार.
सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएंaaj kal apki har rachna ojpoorn evam manbhavan rach rahi hai. behad khushi ki baat hai .dil se badhai!!
जवाब देंहटाएंजितनी ख़ूबसूरत तस्वीरें उतनी ही सुंदर रचना लिखा है आपने ! बहुत बढ़िया लगा!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना ..भारतमाता की जय
जवाब देंहटाएंभारत माता की जय !!
जवाब देंहटाएंशास्त्रीजी,
जवाब देंहटाएंमेरे नवासे को आशीर्वाद देते हुए अपने जो छंद लिखा था--'यह दिया है ज्ञान का जलता रहेगा...', वह मुझे बहुत अच्छा लगा. ऋतज को आशीष देने केलिए आपका आभारी हूँ !
हिम-रक्षक और भारतमाता की अपूर्व वंदना लिखी है आपने ! बधाई !!
सादर-- आ.
Aapki sabhi rachnayen bachpan ko samahit ki hui prateet hoti hain...aisa lagta hai koi apne sare anubhavo ko baccho ko unki hi totli jubaan mein baant raha hai.... kripya is ganga dhara ko yun hi aviral bahne den....
जवाब देंहटाएंAnek shubhkamnaye
" bahut hi adbhut ..behatrin ..sidhe alfaz ,agar gaherai bhari baat "
जवाब देंहटाएं----- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
" bahut hi adbhut ..behatrin ..sidhe alfaz ,agar gaherai bhari baat "
जवाब देंहटाएं----- eksacchai { AAWAZ }
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