देख वायरस को मची, जग में हाहाकार।
कोरोना से डर रहा, सारा ही संसार।।
जगह-जगह पर हो रही, कोरोना की जाँच।
विज्ञानी इस रोग की, रहे पोथियाँ बाँच।।
कोरोना की उड़ रहीं, जगह-जगह अफवाह।
अपने-अपने ढंग से, देते लोग सलाह।।
साफ-सफाई का रखो, मन्त्र हमेशा याद।
करो तीन फिट दूर से, लोगों से संवाद।।
तुलसी और गिलोय का, सेवन करना क्वाथ।
साबुन से धोना सभी, बार-बार निज हाथ।।
लड़ना है डरना नहीं, कोरोना से आज।
सरदी और जुकाम का, करना जाँच-इलाज।।
हवन करो लोबान से, जला धूप-नैवेद्य।
कभी किसी के द्वार पर, नहीं आयेंगे वैद्य।।
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रविवार, 15 मार्च 2020
दोहे "कोरोना वायरस" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सीख भरे अति उत्तम दोहे ।
जवाब देंहटाएंकोरोना वायरस को लेकर उत्तम संदेश।
जवाब देंहटाएंसार्थक दोहे आ0
जवाब देंहटाएंसार्थक और सामयिक दोहे
जवाब देंहटाएंतुलसी और गिलोय का, सेवन करना क्वाथ।
जवाब देंहटाएंसाबुन से धोना सभी, बार-बार निज हाथ।।
नहुत ही सुंदर संदेश ,सादर नमन सर