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मंगलवार, 29 जुलाई 2014
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भाई जी
जवाब देंहटाएंहम सह-परिवार
इस दारुण दुःख की बेला में
आपके साथ हैं
सहभागी है
ईश्वर दिवंगत आत्मा
को सद्गति प्रदान करे
दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंdiwangat aatma ko shraddhanjli !! saadar naman !! parmatma unhe apne charno main sthan de !!
जवाब देंहटाएंDiwangat aatma ko bhaawbheeni shrandhajali
जवाब देंहटाएंदुःखद समाचार मिला...प्रभु से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए कामनाएं और परिवार को इस हानि को वहन कर सकने शक्ति देने की प्रार्थना...
जवाब देंहटाएंदुःखद समाचार,ईश्वर दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करे,विनम्र श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंसाया बापू का उठा, *रूप-चन्द ग़मगीन ।
जवाब देंहटाएंहैं अर्पित श्रद्धा-सुमन, आत्मा स्वर्गासीन ।
आत्मा स्वर्गासीन, शान्ति से वहाँ विराजे ।
सहे दर्द परिवार, आज पाये जो ताजे ।
कह रविकर कविराय, पिता ने सब कुछ पाया ।
सदा रहें वे साथ, मात्र यह बदन नसाया ॥
दुःखद समाचार है...
जवाब देंहटाएंईश्वर दिवंगत आत्मा की शांति प्रदान करें ..
ईश्वर आपको सपरिवार इस दुःख को सहने की असीम शक्ति दें. यही प्रार्थना करते हैं ।
दु:खद समाचार, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और आपसबको दु:ख सहने कि शक्ति दें ।
जवाब देंहटाएंईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दें व आपको शक्ति,इस दुखः को वहन करने के लिये.
हटाएंदिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि !
जवाब देंहटाएंदेहान्त (देह का अंत हुआ है ,दैहिक संबंध का अंत हुआ है )सार्वजनीन चेतना का नहीं। यूनिवर्सल कॉन्शियसनेस बानी हुई है बनी रहेगी।
जवाब देंहटाएंमैं (सेल्फ )अमर हूँ ,असीम ज्ञान हूँ असीम आनंद हूँ। सच्चिदानंद हूँ। अहम ब्रह्मास्मि।
अस्र्ति भाति प्रियं नामम रूपम
श्रद्धांजलि पिता श्री को।
ohhh............. naman
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