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क्या कहने
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया
wah kya baat hai....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर !!!
जवाब देंहटाएंsundar prastuti
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमेरी आँखों को बहुत देर से अहसास हुआ,
जवाब देंहटाएंटकटकी बाँध के सूरज को झाँकते पाया।।
आज तो लाजवाब कर दिया ………शानदार
सुन्दर प्रस्तुति ||
इंतज़ार का नसीब ही ऐसा होता है...
जवाब देंहटाएं~सादर !
vaah
जवाब देंहटाएंइश्क पर जोर नहीं ,है ये वो आतिश ग़ालिब ,
जवाब देंहटाएंके लगाए न लगे और बुझाए न बने .
बहुत बढ़िया आफताब करे है टाक झाँक माहताब का हुश्न .
बहुत ही खुबसूरत...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएं:-)
वाह 4 लाइनों में भी क्या बात है
जवाब देंहटाएंवाह-वाह, क्या बात है!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया...
जवाब देंहटाएंआ जाइये कि आपको तरसे है निगाह,
जवाब देंहटाएंदेखा नही है हमने,बहुत दिन गुजर गए,,,,,
वाह !!!!
जवाब देंहटाएंएक पुराना शेर याद आ गया...
मरने के बाद भी मेरी,आँखें खुली रहीं
आदत पड़ी हुई है इन्हें,इंतजार की..
बहुत खूब |
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंWhen some one searches for his essential thing, thus he/she desires to be
जवाब देंहटाएंavailable that in detail, so that thing is maintained over here.
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