“मोहन दास कर्मचन्द गांधी” |
“मोहन दास कर्मचन्द गांधी” तुमको शत्-शत् मेरा प्रणाम। श्रद्धा-सुमन समर्पित तुमको, जग में अमर तुम्हारा नाम।। आत्म-संयमी, व्रतधारी की, महिमा को हम गाते हैं। राजनीति-पटु,महा-आत्मा को, हम शीश नवाते हैं।। तन-मन में रमे हुए गांधी, जैसे काशी और काबा हैं। भारत के जन,गण,मन में, रचते-बसते गांधी बाबा हैं।। शस्त्र अहिंसा का लेकर, तुमने अंग्रेज भगाया था। शान्ति प्रेम की लाठी से, भारत आजाद कराया था।। छुआ-छूत का भूत भगा, चरखे का चक्र चलाया था। सत्यमेव जयते का सबको, पावन पाठ पढ़ाया था।। आदर और श्रद्धा से लेते, हम बापू-गांधी का नाम। भक्ति-भाव से मिलकर बोलो, रघुपति राघव राजा राम।। |
bahut prastuti...bapoo jayanti ke avasar par....hardik abhinandan...
जवाब देंहटाएंगांधी जी को प्रणाम..
जवाब देंहटाएंराष्ट्रपिता को प्रणाम।
जवाब देंहटाएंगांधी जी को प्रणाम
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना। राष्ट्र पिता को शत शत नमन।
जवाब देंहटाएंराष्ट्रपिता को प्रणाम।
जवाब देंहटाएंगांधी जी को प्रणाम..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना .. राष्ट्र पिता को नमन !!
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना! गाँधी जी को मेरा प्रणाम!
जवाब देंहटाएंआदर और श्रद्धा से लेते,
जवाब देंहटाएंहम बापू-गांधी का नाम।
भक्ति-भाव से मिलकर बोलो,
रघुपति राघव राजा राम।।
bahut sundar rachna !
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राष्ट्रपिता को प्रणाम।
जवाब देंहटाएंलाल बहादुर शास्त्री जी को प्रणाम जी
जवाब देंहटाएंआज हमरे राष्ट्रपिता बापू के साथ साथ लाल बहादुर शाश्त्री जी का भी जन्मदिन है दोनों के जन्मदिन की बधाई !
जवाब देंहटाएंबापू को नमन !!!
जवाब देंहटाएंराष्ट्र पिता को शत शत नमन।
जवाब देंहटाएंराष्ट्रपिता महात्मा गांधी को शत शत नमन |
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति |बधाई
आशा