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डाक्टर साहेब की साहित्य प्रतिभा को नमन सुंदर रचना बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा लिखा है।
जवाब देंहटाएंआपका आभार ...डॉक्टर जोशी का स्वागत ...पसंद आई कविता ....
जवाब देंहटाएंकाव्य लगा हमें बहुत भला,
जवाब देंहटाएंऔर तनिक तनिक, मन को खला,
की ऐसा चिंतन, सौम्य, निर्मला,
कैसे करे कोई भला ?
जोशी जी को बहुत बहुत साधुवाद ....
बहुत सुंदर कविता जी धन्यवाद
जवाब देंहटाएंडाक्टर साहब की इस कविता को पढवाने के लिये आपका बहुत आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम
"मृत्यु रचती सदा जिन्दगी "
जवाब देंहटाएंजैसी पंक्ति चन्द्रशेखर जोशी जैसा चिकित्सक कवि ही लिख सकता है । बधाई जोशी जी को ।
अभिनव रचना ..............
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर !
नमन! बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंआयी हो तुम कौन परी..., करण समस्तीपुरी की लेखनी से, “मनोज” पर, पढिए!
बहुत सुंदर प्रस्तुति .. आपके इस पोस्ट की चर्चा ब्लॉग 4 वार्ता में की गयी है !!
जवाब देंहटाएंतारों भरा आकाश किसे नहीं अच्छा लगता? जोशी जी की इस सुंदर रचना को पढवाने का आभार।
जवाब देंहटाएं................
…ब्लॉग चर्चा में आप सादर आमंत्रित हैं।
सुन्दर रचना पढवाने के लिए आभार ...
जवाब देंहटाएंडा० चन्द्र शेखर जी को बधाई
* डा० चंद्रशेखर जोशी की कविता निश्चित रूप से एक अच्छी कविता है। इस संभावनाशील कवि के कर्म और मर्म से परिचित होना सुखद है। डाक्साब की कुछ और कवितायें पढ़ा सकते हैं क्या?
जवाब देंहटाएं* बढ़िया पोस्टा!
बहुत सुन्दर लिखा है .डॉ. जोशी की रचना पढवाने का आभार.
जवाब देंहटाएंvery nice poem, I like it very much;hope I will get more poems like this from Sir.
जवाब देंहटाएंRobin Tiwari
Sahara City Homes - Ahmedabad
bahut sundar rachna.............
जवाब देंहटाएंkabhi meri bhi rachna ko apne blog mi jagah dijiye.
pls pls pls pls