ठलवे ही ठलवे मेरे देश में हैं। जलवे ही जलवे मेरे देश में हैं।। भवन खोखला कर दिया है वतन का, अमन-चैन छीना है अपने चमन का, बलवे ही बलवे मेरे देश में हैं। जलवे ही जलवे मेरे देश में हैं।। नेताओं ने चाट ली सब मलाई, बुराई के डर से छिपी है भलाई, हलवे ही हलवे मेरे देश में हैं। जलवे ही जलवे मेरे देश में हैं।। चारों तरफ है अहिंसा का शोषण, घर-घर में पैदा हुए हैं विभीषण, मलवे ही मलवे मेरे देश में हैं। जलवे ही जलवे मेरे देश में हैं।। |
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सोमवार, 27 अगस्त 2012
"ठलवे ही ठलवे मेरे देश में हैं" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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नेताओं ने चाट ली सब मलाई,
जवाब देंहटाएंबुराई के डर से छिपी है भलाई,
बहुत बढिया, क्या बात
चटोरों की फ़ौज,हरतरफ खडी हो गई,
जवाब देंहटाएंअक्ल छोटी और भैंस बड़ी हो गई,
चाटने को तलवे ही तलवे मेरे देश में हैं !
जलवे ही जलवे मेरे देश में हैं
sahi ye hi hai ki ''jalwe hi jalwe mere desh me hain''kyonki yahan aap jaisee pratibha ke kavi bhi to hain isliye kavita kee pahli pankti sahi nahi.nice presentation.तुम मुझको क्या दे पाओगे?
जवाब देंहटाएंsab ke sab thaluay hee hain....waise thulle bhee keh sakte hain!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढिया ।
जवाब देंहटाएंपहली लाइन ही सब कुछ कह जाती है
जवाब देंहटाएंगन्दगी के बीज फैले, धन बनी बरसात जब,
जवाब देंहटाएंकुकरमुत्ते फैलते हैं, कोई इनको रोक लो अब।
सही बात है...
जवाब देंहटाएंखरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित है जो कि खमाज थाट का
जवाब देंहटाएंसांध्यकालीन राग है, स्वरों
में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं,
पंचम इसमें वर्जित
है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया
है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है.
..
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर
ने दिया है... वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों कि चहचाहट से मिलती है.
..
my web site - फिल्म
very nice creation,desh me thaluaaigiri ko ujaagar karti sashakt rachna.
जवाब देंहटाएंबहुत ही खूब | आज के परिप्रेक्ष्य में सार्थक रचना |
जवाब देंहटाएंmy recent post-"एक महान गायक की याद में..."
आभार..|
खरगोश का संगीत राग रागेश्री पर आधारित
जवाब देंहटाएंहै जो कि खमाज थाट का सांध्यकालीन राग है, स्वरों में
कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी किया है,
जिससे इसमें राग बागेश्री
भी झलकता है...
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया
है... वेद जी को अपने संगीत कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों
कि चहचाहट से मिलती है.
..
My page ... संगीत
बहुत ही बढिया ।...
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