गाँधी बाबा के भारत में, केवल मक्कारी फलती है। आजादी मुझको खलती है... वोटों की जीवन घुट्टी पी हो गये पुष्ट हैं मतवाले, केंचुली पहिन कर खादी की छिप गए सभी विषधर काले, कुछ काम नही बैठे ठाले, करते है केवल घोटाले, अब विदुर नीति तो रही नही, केवल दुर्नीति चलती है ॥ आजादी मुझको खलती है... दानव दहेज़ का निगल चुका,कितनी निर्दोष नारियों को , प्रियतम का प्यार नसीब नही, कितनी ही प्राणप्यारियों को , फांसी खाकर मरना पड़ता, अबला असहाय क्वारियों को, निर्धन के घर कफ़न पहन, धरती की बेटी पलती है ॥ आजादी मुझको खलती है... निर्बल मजदूर किसानों के हिस्से में कोरे नारे हैं, चाटुकार , मक्कारों के ही होते वारे-न्यारे हैं, ये रक्ष संस्कृति के पोषक, जन-गण-मन के हत्यारे हैं, सभ्यता इन्ही की बंधक बन, रोती है आँखें मलती है॥ आजादी मुझको खलती है... मैकाले की काली शिक्षा, भिक्षा की रीति सिखाती है, शिक्षित बेकारों की संख्या, दिन -प्रतिदिन बढती जाती है, नौकरी उसी के हिस्से में जो नेताजी का नाती है, है बाल अरुण बूढा-बूढा, दोपहरी ढलती जाती है॥ आजादी मुझको खलती है... |
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शुक्रवार, 3 अगस्त 2012
"केवल मक्कारी फलती है" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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Bahut Sateek Shashtri ji. Shaandaar rachna.
जवाब देंहटाएंकरते हैं विश्वास, आस में जीवन के |
जवाब देंहटाएंहो जाता है घात, गिरे तन पर ठनके ||
बढिया है
जवाब देंहटाएंमैकाले की काली शिक्षा, भिक्षा की रीति सिखाती है,
जवाब देंहटाएंशिक्षित बेकारों की संख्या, दिन -प्रतिदिन बढती जाती है,
नौकरी उसी के हिस्से में जो नेताजी का नाती है,
है बाल अरुण बूढा-बूढा, दोपहरी ढलती जाती है॥
आजादी मुझको खलती है...
यहाँ ताज़ा माल मिलता है .विचार कविता भी पैरहन लय ताल का पहने मिलती है .
एक अजब दिशा में देश जा रहा है।
जवाब देंहटाएंमैकाले की काली शिक्षा, भिक्षा की रीति सिखाती है,
जवाब देंहटाएंशिक्षित बेकारों की संख्या, दिन -प्रतिदिन बढती जाती है...
Very well said Shastri ji.
.
सचमुच आज देश दिशाहीन हो रहा है..फिर भी उम्मीद रखनी चाहिए...ऊपर खुदा है..
हटाएंसार्थक सुंदर प्रस्तुति,,,,
जवाब देंहटाएंसुन्दर बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएं----
OUTLOOK.COM पर ईमेल, वाह! क्या बात है
हब बार ताज़ा लगे है पढो तो जानो ,ये रचना शास्त्री जी की है ,अपने शास्त्री जी की ,उच्छारण वाले शास्त्री जी की .
जवाब देंहटाएंआज की व्यवस्था का चित्रण करती बहुत सटीक प्रस्तुति..आभार
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक बेहतरीन प्रस्तुति बहुत बधाई आपको
जवाब देंहटाएंसार्थक प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंसादर।