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बढ़िया चित्र हाइगा, शास्त्री जी !
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव ... और सुंदर प्रस्तुति ....
जवाब देंहटाएंइन्हे हाईगा कह सकते हैं या नहीं यह विचारणीय है ..... क्यों कि अभी तक यही पता चला था कि जब हाइकु को चित्र के ऊपर लिखा जाता है उसे हाईगा कहते हैं ...
बहुत ही सुन्दर चित्र और गजब के भाव और कथन
जवाब देंहटाएंसुन्दर!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर................
जवाब देंहटाएंसंगीता जी आप सही कह रही हैं............
सादर.
सुंदर भाव संजोये हैं .....
जवाब देंहटाएंमुबारक हो!
हाइकू को चित्र ऊपर लिखे जाने पर हाइगा कहलाता है
जवाब देंहटाएंसंगीता जी आप सही कह रही है,...
फिर भी सार्थक भाव लिए लाजबाब प्रस्तुति,..
MY RECENT POST .....फुहार....: प्रिया तुम चली आना.....
सुन्दर चित्रों द्वारा...यथार्थ की सुन्दर प्रस्तुति!..लेकिन 'हायगा'?
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार...
बहुत सुन्दर !!!
जवाब देंहटाएंचित्रमय हाइगा बेहद शानदार हैं।
जवाब देंहटाएंबढ़िया ||
जवाब देंहटाएंबधाई ||
यह तो पता नहीं कि मेरे भाव हाइगा हैं या नहीं परन्तु जो मेरे दिल में आया वही लिख दिया।
जवाब देंहटाएंआप सबका आभार कि आपने इनको पसन्द किया।
फिर भी हिन्दी विधा में ये हिन्दुस्तानी हाइगा तो हो ही सकते हैं, यानि हिन्दी हाइगा।
जहाँ तक मेरी समझ है उसके अनुसार तो चित्रों पर लिखे गए भाव हिन्दी हाइगा तो कहे ही जा सकते हैं।
बहुत सुंदर भाव संजोए हैं इन चित्रों में...सुंदर चित्र कविता !!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर यथार्थ चित्रमय हाइगा...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति!
बहुत खूब..
जवाब देंहटाएंअब आप हैगा के नज़दीक पहुँच रहें हैं .हैगा का खोया हुआ सन्दर्भ आपने तलाशा है .हईगा एक न्युनोक्ति है .....कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंअब आप हैगा के नज़दीक पहुँच रहें हैं .हैगा का खोया हुआ सन्दर्भ आपने तलाशा है .हईगा एक न्युनोक्ति है .....कृपया यहाँ भी पधारें -http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_7883.html
जवाब देंहटाएंस्कूल में चरस और गांजा ,भुगतोगे भाई, खामियाजा
अब आप हैगा के नज़दीक पहुँच रहें हैं .हैगा का खोया हुआ सन्दर्भ आपने तलाशा है .हईगा एक न्युनोक्ति है .....कृपया यहाँ भी पधारें -http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_7883.html
जवाब देंहटाएंस्कूल में चरस और गांजा ,भुगतोगे भाई, खामियाजा
चित्र के आधार पर उपजे विचार बहुत सटीक |
जवाब देंहटाएंआशा
चाहे कोई हो विधा, मन में उठी तरंग
जवाब देंहटाएंसहज भाव सुंदर लगे हैं चित्रों के संग.
chitr aur samvad dono behatreen hain
जवाब देंहटाएंसुंदर!!
जवाब देंहटाएंbohat badhiyaa!
जवाब देंहटाएंसुन्दर, प्रसंसनीय.
जवाब देंहटाएं