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शास्त्री जी एक अनुरोध है कि आप अपनी रचनाओं का संकलन PDF फोरमेट में करके रखें और मुझ जैसे अपने फ़ैन को हो सके तो दे दें। इससे आपकी अनूठी रचनाओं को सहेजने में सुविधा होगी।
जवाब देंहटाएंघड़े और मटकी का इसने,
जवाब देंहटाएंतो कर दिया सफाया है।
समय पुराना बीत गया,
अब नया जमाना आया है।।
bahut badhia rachna!
बहुत लाजवाब रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
bacchon ke liye bahut umda.
जवाब देंहटाएंमटकों के लिये बहुत बुरा किया.. बाकि तो भई काम कि चीज है..
जवाब देंहटाएंwaah waah
जवाब देंहटाएंanand se bhar diya
aapka frij bada dhaakad hai
mera kaleja thanda kar diya.............
क्या कहने फ़्रिज देवता के गुणगान के, बहुत सुंदर लगी आप की यह बाल कविता, ओर यह मटकी देखे तो सदिया बीत गई,
जवाब देंहटाएंफ्रिज गीत गर्म है
जवाब देंहटाएंएक नए फ्रिज की
सूचना देना धर्म है
http://tetalaa.blogspot.com/2009/06/blog-post_20.html
यहां पर आइए और नये बहुपयोगी फ्रिज से रूबरू होइए।