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शुक्रवार, 5 जून 2009
पेंसिल (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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पेंसिलों पर सुन्दर कविता लिखी है बधाई हो
जवाब देंहटाएंइस जानकारी परक रचना के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
mayank ji ek pencil hame bhi bhej dete to achha tha bahut sinder rachna hai abhar
जवाब देंहटाएंpencil pa rlikhi aapki kavita bahut badhiya hai.
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