अध्यापक का सबसे ज्यादा भारत में सम्मान है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। गुरू ज्ञान का शक्ति पुंज है, गुरू ही करुणा का निधान है, विद्याओं का यह निकुंज है, सबल राष्ट्र का महाप्राण है, कंचन सा कर देने वाला गुरू पारस पाषाण है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। माँ ने दी सुन्दर सी काया, शिक्षक ने जीना सिखलाया, सामाजिकता कैसे आती, गुरू ने बालक को बतलाया, गुरू चरणों की रज में रचते-बसते चारों धाम हैं। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। आज हमारे हाथों में है, रोली, अक्षत और चन्दन, तन से मन से धन से हम, करते शिक्षक का अभिनन्दन, पाँच सितम्बर को भारत में, शिक्षक का सम्मान है। गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।। |
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मंगलवार, 4 सितंबर 2012
"गुरू प्रथम सोपान है" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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बहुत बढ़िया बेहतरीन प्रस्तुति,,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST,तुम जो मुस्करा दो,
sahi kaha aapne ek shikshak hi jo guru kahlane yogya ho vastav me pratham sopan hai.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर शास्त्री जी...
जवाब देंहटाएंसीखती हूँ आपकी रचनाओं से...नमन आपको शिक्षक दिवस पर.
सादर
अनु
गुरु ही प्रथम सोपान है..
जवाब देंहटाएंसमय के ध्वज-वाहकों का ह्रदय से वंदन ,अभिनन्दन ...
जवाब देंहटाएं...माँ ने दी सुन्दर सी काया,
जवाब देंहटाएंशिक्षक ने जीना सिखलाया,
सामाजिकता कैसे आती,
गुरू ने बालक को बतलाया,
गुरू चरणों की रज में रचते-बसते चारों धाम हैं।
गोविन्द तक पहुँचाने वाला गुरू प्रथम सोपान है।।.......शिक्षक बड़ा महान है ,शिक्षक होना शान है ,गीता का ये ज्ञान है ....बहुत बधिया रचना है शास्त्री जी की .....शिक्षा औ शिक्षक को समर्पित ..बधाई !
मंगलवार, 4 सितम्बर 2012
जीवन शैली रोग मधुमेह :बुनियादी बातें
जीवन शैली रोग मधुमेह :बुनियादी बातें
यह वही जीवन शैली रोग है जिससे दो करोड़ अठावन लाख अमरीकी ग्रस्त हैं और भारत जिसकी मान्यता प्राप्त राजधानी बना हुआ है और जिसमें आपके रक्तप्रवाह में ब्लड ग्लूकोस या ब्लड सुगर आम भाषा में कहें तो शक्कर बहुत बढ़ जाती है .इस रोगात्मक स्थिति में या तो आपका अग्नाशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन हारमोन ही नहीं बना पाता या उसका इस्तेमाल नहीं कर पाता है आपका शरीर .
पैन्क्रिअस या अग्नाशय उदर के पास स्थित एक शरीर अंग है यह एक ऐसा तत्व (हारमोन )उत्पन्न करता है जो रक्त में शर्करा को नियंत्रित करता है और खाए हुए आहार के पाचन में सहायक होता है .मधुमेह एक मेटाबोलिक विकार है अपचयन सम्बन्धी गडबडी है ,ऑटोइम्यून डिजीज है .
फिर दोहरा दें इंसुलिन एक हारमोन है जो शर्करा (शक्कर )और स्टार्च (आलू ,चावल ,डबल रोटी जैसे खाद्यों में पाया जाने वाला श्वेत पदार्थ )को ग्लूकोज़ में तबदील कर देता है .यही ग्लूकोज़ ईंधन हैं भोजन है हरेक कोशिका का जो संचरण के ज़रिये उस तक पहुंचता रहता है ..
सच कहा आपने ...सार्थक पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंगुरु को नमन !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया सार्थक और सामयिक प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंगुरु को नमन!
बहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति...गुरु को नमन!
जवाब देंहटाएंशिक्षक दिवस पर सुंदर प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंmere guru jee to aap hee hain....to aapko shat shat naman aur aise hee apne shishyon ka maargdarshan karte rahiye!
जवाब देंहटाएंWonderful creation on teachers day.
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