-0-0-0-0-0- फागुन में नीके लगें, छींटे औ' बौछार। सुन्दर, सुखद-ललाम है, होली का त्यौहार।। शीत विदा होने लगा, चली बसन्त बयार। प्यार बाँटने आ गया, होली का त्यौहार।। पाना चाहो मान तो, करो मधुर व्यवहार। सीख सिखाता है यही, होली का त्यौहार।। रंगों के इस पर्व का, यह ही है उपहार। भेद-भाव को मेटता, होली का त्यौहार।। तन-मन को निर्मल करे, रंग-बिरंगी धार। लाया नव-उल्लास को, होली का त्यौहार।। भंग न डालो रंग में, वृथा न ठानो रार। देता है सन्देश यह, होली का त्यौहार।। छोटी-मोटी बात पर, मत करना तकरार। हँसी-ठिठोली से भरा, होली का त्यौहार।। सरस्वती माँ की रहे, सब पर कृपा अपार। हास्य-व्यंग्य अनुरक्त हो, होली का त्यौहार।। |
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गुरुवार, 10 मार्च 2011
"होली का त्यौहार" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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होली के त्यौहार के माध्यम से एक सही और सार्थक सन्देश का सम्प्रेषण किया है आपने ....आपको हार्दिक शुभकामनायें ...आशा है आप यूँ ही काव्यात्मक रंगों से हमें रंगते रहेंगे .
जवाब देंहटाएंभंग न डालो रंग में, वृथा न ठानो रार।
जवाब देंहटाएंदेता है सन्देश यह, होली का त्यौहार।।
छोटी-मोटी बात पर, मत करना तकरार।
हँसी-ठिठोली से भरा, होली का त्यौहार।।
बहुत सुन्दर और सार्थक संदेश देती शानदार रचना के लिये बधाई स्वीकारें।
होली पर सार्थक सदेश देती हुई.
जवाब देंहटाएंसरस्वती माँ की रहे, सब पर कृपा अपार।
जवाब देंहटाएंहास्य-व्यंग्य अनुरक्त हो, होली का त्यौहार।।
सुन्दर और सार्थक संदेश देती रचना !!
.
शीत विदा होने लगा, चली बसन्त बयार।
जवाब देंहटाएंप्यार बाँटने आ गया, होली का त्यौहार।
.
वाह क्या बात है . वैसे फागुन का मज़ा गाव मैं ही आता है
सभी दोहे एक से बढ़कर एक!
जवाब देंहटाएंहोली के मौके पर सुंदर रचना...
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंहोली पर सार्थक सन्देश देते दोहे बहुत अच्छे लगे ...
जवाब देंहटाएंमैं पिछले कुछ महीनों से ज़रूरी काम में व्यस्त थी इसलिए लिखने का वक़्त नहीं मिला और आपके ब्लॉग पर नहीं आ सकी!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना लिखा है आपने! बढ़िया लगा!
वाह शास्त्री जी, बहुत सुन्दर रचना है !
जवाब देंहटाएं_______________________________
१९ तारीख को चाँद आ रहा है मिलने ...
भंग न डालो रंग में, वृथा न ठानो रार।
जवाब देंहटाएंदेता है सन्देश यह, होली का त्यौहार।।
होली के त्यौहार का बहुत सार्थक सन्देश देती सुन्दर रचना..आभार
प्यार बाँटने आ गया, होली का त्यौहार। काश ! होली का अर्थ यही रहे ..
जवाब देंहटाएंहोली के पहले ही रंगारंग माहौल बनता जा रहा है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अच्छी लगी आपकी हर पोस्ट बहुत ही स्टिक है आपकी हर पोस्ट कभी अप्प मेरे ब्लॉग पैर भी पधारिये मुझे भी आप के अनुभव के बारे में जनने का मोका देवे
जवाब देंहटाएंदिनेश पारीक
http://vangaydinesh.blogspot.com/ ये मेरे ब्लॉग का लिंक है यहाँ से अप्प मेरे ब्लॉग पे जा सकते है
बहुत सुन्दर रचना, होली के रंगों को अभी से ले आई..
जवाब देंहटाएंहोली के रंग-रस से सराबोर अत्यंत
जवाब देंहटाएंही मधुर प्रस्तुति है ..बधाई शास्त्रीजी!
होली की बयार चल पड़ी...वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंछोटी-मोटी बात पर, मत करना तकरार।
जवाब देंहटाएंहँसी-ठिठोली से भरा, होली का त्यौहार।।
बहुत खूब सुन्दर सन्देश
दोहे बहुत अच्छे लगे |
जवाब देंहटाएं"छोटी मोटी बात पर ------होली का त्यौहार "
बहुत खूब लिखा है
आशा