सरकार से किया किनारा
बंसल की पैंठ
सोनिया का इशारा
मनमोहन का सहारा
बन गये मन्त्री
हो गये ठाठ
रिश्तेदार और सन्तरी
करने लगे बन्दरबाँट
--
बकरे की माँ
कब तक खैर मनाती
घूस आखिर
कब तक छिप पाती?
--
मन्त्री के नाती
रँगे हाथ पकड़े गये
खुफिया तन्त्र के
जाल में जकड़े गये
--
पटरी से रेल
बिगड़ने लगा
बना बनाया खेल
चक्के होने लगे जाम
तो जपने लगे
मनमोहन का नाम
--
याद आया बकरा
लाओ जल्दी से कोई भी
काला-सफेद या चितकबरा
करो पूजा पाठ
और कर दो हलाल
शायद हो जाये
कुछ कमाल!
--
लेकिन बकरे की
आह लायी रंग
दीवाली को रास न आया
होली का रंग और ढंग
सोनिया ने पूछा
पी.एम. से-
तब कहीं जाकर
विदा किया मनमोहन ने
बंसल को बेमन से!
--
लेकिन दूसरा चेहरा
लायें कहाँ से?
कोयले की खान में
सब काले ही काले हैं
रिश्वत लेने के लिए
सभी के जीजा हैं
और सभी के साले हैं....!
बकरा तो
शहीद हो गया
लेकिन जाते-जाते
श्राप दे गया
हम तो डूबे हैं सनम
तुमको भी ले डूबेंगे
.......! |
"उच्चारण" 1996 से समाचारपत्र पंजीयक, भारत सरकार नई-दिल्ली द्वारा पंजीकृत है। यहाँ प्रकाशित किसी भी सामग्री को ब्लॉग स्वामी की अनुमति के बिना किसी भी रूप में प्रयोग करना© कॉपीराइट एक्ट का उलंघन माना जायेगा। मित्रों! आपको जानकर हर्ष होगा कि आप सभी काव्यमनीषियों के लिए छन्दविधा को सीखने और सिखाने के लिए हमने सृजन मंच ऑनलाइन का एक छोटा सा प्रयास किया है। कृपया इस मंच में योगदान करने के लिएRoopchandrashastri@gmail.com पर मेल भेज कर कृतार्थ करें। रूप में आमन्त्रित कर दिया जायेगा। सादर...! और हाँ..एक खुशखबरी और है...आप सबके लिए “आपका ब्लॉग” तैयार है। यहाँ आप अपनी किसी भी विधा की कृति (जैसे- अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कर सकते हैं। बस आपको मुझे मेरे ई-मेल roopchandrashastri@gmail.com पर एक मेल करना होगा। मैं आपको “आपका ब्लॉग” पर लेखक के रूप में आमन्त्रित कर दूँगा। आप मेल स्वीकार कीजिए और अपनी अकविता, संस्मरण, मुक्तक, छन्दबद्धरचना, गीत, ग़ज़ल, शालीनचित्र, यात्रासंस्मरण आदि प्रकाशित कीजिए। |
Linkbar
फ़ॉलोअर
शनिवार, 11 मई 2013
"बलि का बकरा...कौन...?" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
लोकप्रिय पोस्ट
-
दोहा और रोला और कुण्डलिया दोहा दोहा , मात्रिक अर्द्धसम छन्द है। दोहे के चार चरण होते हैं। इसके विषम चरणों (प्रथम तथा तृतीय) मे...
-
लगभग 24 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था। इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ, जब खटीमा ही नही इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों म...
-
नये साल की नयी सुबह में, कोयल आयी है घर में। कुहू-कुहू गाने वालों के, चीत्कार पसरा सुर में।। निर्लज-हठी, कुटिल-कौओं ने,...
-
समास दो अथवा दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए नए सार्थक शब्द को कहा जाता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि &qu...
-
आज मेरे छोटे से शहर में एक बड़े नेता जी पधार रहे हैं। उनके चमचे जोर-शोर से प्रचार करने में जुटे हैं। रिक्शों व जीपों में लाउडस्पीकरों से उद्घ...
-
इन्साफ की डगर पर , नेता नही चलेंगे। होगा जहाँ मुनाफा , उस ओर जा मिलेंगे।। दिल में घुसा हुआ है , दल-दल दलों का जमघट। ...
-
आसमान में उमड़-घुमड़ कर छाये बादल। श्वेत -श्याम से नजर आ रहे मेघों के दल। कही छाँव है कहीं घूप है, इन्द्रधनुष कितना अनूप है, मनभावन ...
-
"चौपाई लिखिए" बहुत समय से चौपाई के विषय में कुछ लिखने की सोच रहा था! आज प्रस्तुत है मेरा यह छोटा सा आलेख। यहाँ ...
-
मित्रों! आइए प्रत्यय और उपसर्ग के बारे में कुछ जानें। प्रत्यय= प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला) शब्द का अर्थ है , पीछे चलन...
-
“ हिन्दी में रेफ लगाने की विधि ” अक्सर देखा जाता है कि अधिकांश व्यक्ति आधा "र" का प्रयोग करने में बहुत त्र...
घोटाला करेंगे तो यही हश्र होगा!! सुन्दर रचना :)
जवाब देंहटाएंनये लेख : एक बढ़िया एप्लीकेशन : ट्रू कॉलर।
महात्मा गाँधी की निजी वस्तुओं की नीलामी और विंस्टन चर्चिल की कार हुई नीलाम।
करारा वार किया है :)
जवाब देंहटाएंजाते जाते श्राप दे गया
जवाब देंहटाएंहम तो डूबे हैं तुम्हें भी ले डूबेंगे।
बात सही है
पर बंसल ने तो मलाई खाई थी
बेचारे बकरे की तो बस शामत ही आई थी।
बहुत सुंदर रचना
ये तो होना ही था,बेहतरीन प्रस्तुति,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंव्यंग्यदार प्रस्तुति ...बहुत बढिया
जवाब देंहटाएंबकरे कि अम्मा आखिर कब तक खैर मनाती इसलिए दोनों को ही जाना था और चले गए !!
जवाब देंहटाएंये तो बकरे का उल्टा टोटका हो गया?:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
सटीक व्यंग्य
जवाब देंहटाएंyahi hona tha aur ho hi gya ,thoda aur pahle ho jata to aur thik hota
जवाब देंहटाएंसटीक व्यंगात्मक पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंबकरे की जगह अगर करते गौदान !
जवाब देंहटाएंतो शायद हो जाता कल्याण!
गाय हमारी माता है
मातृ दिवस से नाता है
पर ये अकल कैसे आयेगी
दुरबुदधि जो मन से जायेगी
बलि चढाने वाला खुद बलि चढ़ गया
जवाब देंहटाएंGyan Darpan Job Information
Informative and helpful blog
जवाब देंहटाएंPakistan biggest property website