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बहुत सुन्दर शास्त्री जी....
जवाब देंहटाएंऐसे शब्दों की आज ज़रुरत सी लग रही थी...
अच्छा लगा पढ़ कर....
सादर
अनु
जीवन चलने का नाम..
जवाब देंहटाएंbehataren, yun hi shilshila chalta rahega chalte rahne ka
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंरामराम.
गति ही जीवन है यही दुनिया की नियति है...... बहुत सुंदर प्रस्तुति!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना.
जवाब देंहटाएंlatest post'वनफूल'
गति ही जीवन है,बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर..
जवाब देंहटाएंसही कहा चलना ही जिंदगी है बहुत खूब बधाई आदरणीय
जवाब देंहटाएंआना सबको बारी हारी...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबढिया
इस गति को आगे बढ़ाना होगा .... चलना होगा ...
जवाब देंहटाएंवास्तिविकता को लिखा है ... नमस्कार शास्त्री जी ...
जाग्रत करते भाव
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर दार्शनिक अभिव्यक्ति. ....
जवाब देंहटाएंगुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक रचना शिक्षाप्रद
बहुत सार्थक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंये ही जीवन है
जवाब देंहटाएंबहुत ही उत्तम भाव लिए रचना..
जवाब देंहटाएंचलना ही जीवन है...
:-)