अन्ना के सत्याग्रह से, हारी संसद की खादी है। साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।। निर्धन होता जाता निर्धन, धनवानों की चाँदी है, अंग्रेजी की बनी हुई है अपनी भाषा बाँदी है, झूठा पाता न्याय हमेशा, सच्चा ही फरियादी है। साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।। लूट-लूट भोली जनता को, अपनी भरी तिजोरी है, घूसखोर आकाओं ने, फैला दी रिश्वतखोरी है, लोकतन्त्र में राज कर रहा, धन-बल पर उन्मादी है। साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।। सत्ताधीशों ने पग-पग पर, कुटिल चाल अपनाई थी, किन्तु सत्य की हुंकारों से, हर-पल मुँहकी खाई थी, कड़वी औषधि देने से ही, मिटता ताप मियादी है। साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।। काली रात अभी गुज़री है, थोड़ा हुआ सवेरा है, कड़ी धूप में चलने को, पथ पड़ा अभी तो पूरा है, अन्ना के पीछे-पीछे, अब भारत की आबादी है। साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।। |
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सोमवार, 5 सितंबर 2011
"मेरे परिचय के साथ एक गीत" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक")
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सत्ताधीशों ने पग-पग पर, कुटिल चाल अपनाई थी,
जवाब देंहटाएंकिन्तु सत्य की हुंकारों से, हर-पल मुँहकी खाई थी,
कड़वी औषधि देने से ही, मिटता ताप मियादी है।
साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।।
बहुत सही कहा है आपने ,आज देश के हालत देख यही लगता है कि हमें आधी आज़ादी ही मिल पाई है.सुंदर काव्यात्मक प्रस्तुति बधाई
ढेर सारी बधाई...
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.....शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंऊर्जा शिक्षक और शिक्षा युग-निर्माता होने के कारण योग्य अध्यापक राष्ट्र ऋषि हैं। शिक्षा सबसे बड़ी पूंजी है। शिक्षक संस्कार के अध्याय से संस्कृति बनाते हैं।
जवाब देंहटाएंबहुत सही कहा है आपने ,काव्यात्मक प्रस्तुति
बहुत बहुत बधाई ...
हार्दिक बधाई, शास्त्री जी!
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई !
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.....शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंआपको बधाई। कविता श्रेष्ठ है।
जवाब देंहटाएंबहुत बधाई आपको।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...बधाई
जवाब देंहटाएंबधाई ||
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति ||
बधाई ||
ye tareef to kamm hai aapke liye guru ji!!
जवाब देंहटाएंsoorya ko diyaa dikhaane wali baat hai....!!
काली रात अभी गुज़री है, थोड़ा हुआ सवेरा है,
जवाब देंहटाएंकड़ी धूप में चलने को, पथ पड़ा अभी तो पूरा है,
अन्ना के पीछे-पीछे, अब भारत की आबादी है।
साठ साल के बाद मिली, हमको आधी आजादी है।।
/बहुत बहुत बधाई आपको शास्त्रीजी और शुभकामनाएं /आज देश के हालातों के माद्दे नजर बहुत ही बढ़िया कविता लिखी आपने /बधाई आपको /
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं.....शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.....शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई शास्त्री जी , एक पार्टी हो जाए इसी बात पर !
जवाब देंहटाएंनिसंदेह आप किसी पहचान के मोहताज नहीं !
बहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंसतत लेखन को पहचान मिली...मुबारकबाद...ऐसे ही लिखते रहिये...
जवाब देंहटाएंHardik Badhai.
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई और शुभकामनाएं....
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई शास्त्री जी ...
जवाब देंहटाएंआज का आकर्षण बना है आपका ब्लोग है ज़ख्म पर और गर्भनाल पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से
जवाब देंहटाएंअवगत कराइयेगा । http://redrose-vandana.blogspot.com